नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में एक बार फिर जेएनयू प्रशासन और छात्र आमने-सामने आ गए हैं. मामला दाखिला लेने वाले नए स्नातक छात्रों को अभी तक छात्रावास आवंटित नहीं होने का है. दरअसल जेएनयू में दिसंबर 2022 तक 2022-23 सत्र में दाखिला प्रक्रिया पूरी हो गई थी. उसके बाद से ही स्नातक छात्र लगातार छात्रावास आवंटन की मांग कर रहे हैं. मांग पूरी न होने पर सोमवार को छात्रों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया. यह प्रदर्शन दोपहर दो बजे से शाम तक जारी रहा.
छात्रों का आरोप है कि नाराज जेएनयू प्रशासन ने जेएनयू में तैनात सुरक्षाकर्मियों को प्रदर्शनकारी छात्रों को खदेड़ने का निर्देश दिया था, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों के साथ मारपीट की और उन्हें धरनास्थल से भगाने का प्रयास किया. इसमें से एक छात्र ने वीडियो जारी कर बताया है कि वह स्नातक पाठ्यक्रम के दूसरे सेमेस्टर का छात्र है. उसने कहा, दाखिला लिए हुए छह महीने बीत गए हैं, लेकिन अभी तक किसी भी छात्र को छात्रावास आवंटित नहीं किया गया है. छात्र काफी समय से इसकी मांग कर रहे थे. मांग पूरी न होने पर छात्रों ने प्रदर्शन शुरू किया.
यह भी पढ़ें-पायलट का अनशन, वसुंधरा राजे बहाना! गहलोत पर निशाना, सचिन के ये हैं आरोप
छात्र ने बताया कि वह भी प्रदर्शन में शामिल था. इस दौरान छात्रों पर सुरक्षाकर्मियों ने हमला बोल दिया. छात्र ने आरोप लगाया डीन सुधीर प्रताप सिंह के निर्देश पर सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों के साथ मारपीट की. इसमें कई छात्र घायल हुए हैं. उसने बताया कि घटना में उसके भी हाथ में मोच आई है. घटना से नाराज छात्रों ने कुलपति शांति श्री पर भी सवाल उठाए. छात्रों ने कहा कि, यह पहली ऐसी कुलपति हैं जिनके कार्यकाल में छात्रों को पीटा जा रहा है. छात्रों ने अब डीन सुधीर प्रताप सिंह के इस्तीफे की मांग की है. इस मामले में प्रोफेसर सुधीर प्रताप सिंह से फोन और मैसेज के जरिए उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.
यह भी पढ़ें-हज हाउस का ताला खुलवाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे हज कमेटी के लोग