नई दिल्ली: लाल किला हिंसा मामले में फरार चल रहे बूटा सिंह को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी बीते पांच महीने से फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. अदालत से उसे भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी रही. पुलिस उससे लाल किला हिंसा में उसकी भूमिका को लेकर पूछताछ कर रही है.
डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने कहा कि बीते 26 जनवरी को हुई लाल किला हिंसा मामले में बड़ी संख्या में उपद्रवियों ने हंगामा किया था. इस घटना में 400 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए थे. कोतवाली थाने में हिंसा को लेकर एफआईआर दर्ज की गई थी. बाद में इसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी. इस मामले में कई आरोपियों को क्राइम ब्रांच एवं स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था. लेकिन बूटा सिंह लगातार फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था. बूटा सिंह पंजाब के तरनतारन का रहने वाला है.
पंजाब से गिरफ्तार हुआ आरोपी
क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि वांछित बूटा सिंह अपने गांव में मौजूद है. इस जानकारी पर क्राइम ब्रांच की टीम ने पंजाब स्थित गांव में छापा मारा. स्थानीय लोगों ने वहां पर जमकर पुलिस का विरोध किया, लेकिन उसे क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस टीम उसे लेकर दिल्ली आ गई है. उसे अदालत के समक्ष पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा और साजिश से संबंधित पूछताछ की जाएगी.
निशान साहिब फहराने में था शामिल
पुलिस के अनुसार, आरोपी बूटा सिंह लाल किला पर निशान साहिब का झंडा फहराने वालों में शामिल था. इसकी वीडियो क्राइम ब्रांच को मिली थी. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह किसान आंदोलन के समर्थन में था. उसने सोशल मीडिया पर आंदोलन से संबंधित कई पोस्ट देखे थे. वह कई बार सिंघु बॉर्डर भी आया था. लाल किला पर वह अपने पांच से छह साथियों को लेकर आया था. यहां से हिंसा के बाद वह फरार हो गया था.