नई दिल्ली: संविधान बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले देश भर के सामाजिक संगठन 2 अप्रैल को बहुजन संघर्ष और शहादत दिवस के रूप में मना रहे हैं. दिल्ली के रामलीला मैदान में 2 अप्रैल को 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच इसका आयोजन होना है. जिसमें देशभर से बहुजन जुड़ेंगे.
इसे लेकर व्यापक पैमाने पर तैयारियां चल रही हैं. इसी के मद्देनजर दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री और दिल्ली में सामाजिक न्याय की लड़ाई का एक प्रमुख चेहरा राजेंद्र पाल गौतम ने आज अपने आवास पर प्रेस वार्ता की.
इसमें इसमें राजेंद्र पाल गौतम के अलावा बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम, दिल्ली यूनिवर्सिटी के डॉक्टर रतनलाल डॉक्टर सूरज मंडल, दलित एक्टिविस्ट अनीता भारती समेत दूसरे सामाजिक संगठन के सदस्यों ने प्रेस को संबोधित किया.
राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि यह सामाजिक न्याय की लड़ाई है. इसमें सभी को एकजुट होकर आगे आना है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत के इतिहास में 2 अप्रैल 2018 के भारत बंद ने मिसाल कायम की.
इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से बातचीत में राजेंद्र पाल गौतम ने वर्तमान समय में सामाजिक न्याय की लड़ाई को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि 2 अप्रैल को रामलीला मैदान में देश भर के बहुजन लोगों का जुटना ऐतिहासिक है.
पिछले साल के आंदोलन को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उस आंदोलन ने कई धारणाओं को ध्वस्त किया था. यह जरूरी है कि ऐसे आंदोलनों को याद रखा जाए. उन्होंने कई संगठनों और व्यक्तियों का जिक्र भी किया. जिनकी ऐसे आंदोलनों में महती भूमिका है.
आपको बता दें, 2 अप्रैल 2018 को हुआ बहुजन आंदोलन कई मायनों में सुर्खियों में रहा था. देश भर से हिंसा की भी खबरें आई थीं.