नई दिल्ली: चांदनी चौक के नबी करीम इलाके में एक पांच मंजिला इमारत ढह गई. जिस वक्त बिल्डिंग गिरी उस वक्त बिल्डिंग में कोई मौजूद नहीं था, लेकिन बिल्डिंग गिरने से कुछ समय पहले तक यहां 25 से 30 लोग सोए हुए थे. जैसे ही बिल्डिंग से प्लास्टर की परतें गिरने लगी तो इलाके के ही अनुज कुमार फरिश्ता बनकर बिल्डिंग के अंदर पहुंच गए और एक-एक कर लोगों को जगाकर उन्हें बाहर निकाला.
इलाके के स्थानीय निवासी अनुज कुमार की बहादुरी से 30 लोगों की जान बच गई. जिस वक्त लोगों को निकाला गया उनमें 30 लोग मौजूद थे, जिनमे 6 बच्चे भी थे. ईटीवी भारत ने अनुज कुमार से बातचीत की. बातचीत में उन्होंने बताया कि सुबह 9:30 बजे बिल्डिंग के प्लास्टर की परतें झड़ने लगी, जिसको देख आसपास के लोगों को लग गया कि बिल्डिंग कभी भी गिर सकती है. जैसे ही वो अंदर पहुंचे उन्होंने लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया. कुछ ही देर में बिल्डिंग को खाली कराया गया. बिल्डिंग को खाली कराते समय अनुज कुमार को चोट भी लगी.
इमारत को खाली कराने के बाद अनुज कुमार ने आसपास के दुकानदारों को इसकी सूचना दी और उनको तुरंत दुकानें बंद करने को कहा.
13 साल पुरानी है इमारत
इमारत की मालकिन मुन्नी देवी ने बताया कि इमारत 13 साल पुरानी थी. वो पिछले 4 दिनों से पुलिस को फोन कर बता रही थी कि उनकी इमारत गिर सकती है, उनका कहना था कि बराबर फोन करने के बावजूद भी पुलिस ने उनकी शिकायत को अनदेखा किया.
अनुज कुमार की सूझबूझ और हिम्मत से सभी लोगों को जल्द बाहर निकाल लिया गया. जिसकी वजह से 30 लोगों की जान बच गई.