नई दिल्ली: अलका लांबा की अपनी ही पार्टी से सियासी दूरियां लगातार बढ़ती जा रही है. अलका ट्विटर के माध्यम से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं पर लगातार हमला बोलती रही हैं. शनिवार को अलका लांबा ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया है.
दिल्ली पुलिस ने रोका
अलका के अनुसार 14 जुलाई को चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र के मजनू का टीला इलाके में पहला सीसीटीवी कैमरा लगा, लेकिन उसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा उनकी विधानसभा क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों का काम रुकवा दिया गया. जिसको लेकर अलका लांबा ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया.
लांबा अपने समर्थकों के साथ विधानसभा मेट्रो स्टेशन से मुख्यमंत्री आवास तक प्रदर्शन करते हुए जा रही थी, लेकिन अलका लांबा को दिल्ली पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री आवास से कुछ ही दूर पहले रोक दिया गया. जहां अलका लांबा ने अपने समर्थकों के साथ केजरीवाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
ईटीवी भारत से की बात
अलका ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री को वो दिन याद दिलाने आई हूं, जब मैं 2 साल पहले अरविंद केजरीवाल के साथ सीसीटीवी कैमरा को लेकर धरने पर बैठी थी.
केजरीवाल पर कार्य रुकवाने का आरोप
उनका कहना था कि अरविंद केजरीवाल ने उनके विधानसभा क्षेत्र के साथ नाइंसाफी की है. अलका का आरोप था कि मुख्यमंत्री ने चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में कैमरे लगवाने का कार्य रोक दिया है. अलका की मुख्य मांग थी कि केजरीवाल सरकार द्वारा चांदनी चौक विधानसभा में सीसीटीवी कैमरों का रुका हुआ कार्य जल्द शुरू करवाया जाए. अलका ने अपनी ही पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जिस तरह का प्रदर्शन किया है. अब देखना यह है कि इस पर आम आदमी पार्टी क्या प्रतिक्रिया देती है.