नई दिल्लीः पेटीएम केवाईसी के नाम पर बैंक खाते से हजारों रुपये चोरी करने का एक मामला सामने आया है. इस बार इसका शिकार एक रिटायर्ड पीजीटी टीचर हुए हैं. ओखला के गफ्फार मंजिल में रहने वाले तसद्दुक हुसैन खान को पेटीएम की तरफ से केवाईसी करने को कहा गया. हैरानी वाली बात ये है कि पेटीएम ऐप्प पर ही केवाईसी करने का एक नंबर भी दिया गया और केवाईसी करने के बहाने से उनके बैंक खाते से 73334 रुपये उड़ा लिए.
ये है पूरा मामला
अपने साथ हुए धोखे की पूरी कहानी बयान करते हुए तसद्दुक खान ने बताया कि 15 जुलाई को पेटीएम से एक मैसेज आया कि मैं अपना पेटीएम एकाउंट केवाईसी करा लूं, नहीं तो पेटीएम खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा. इसी पेटीएम एप्प पर केवाईसी कराने के लिए एक नंबर शो हुआ जिसे फोन किया, तो उठाया नहीं लेकिन शाम को उसी नंबर से फोन आया और उसने कहा कि मैं आपका केवाईसी कर दूंगा.
फोन करने वाले व्यक्ति ने कई तरह के मोबाइल ऐप्स डाऊनलोड करने को कहा. जब पीड़ित ने ऐप्स डाऊनलोड कर ली, तो उसने कहा कि आपकी केवाईसी हो गई है. आप अपने पेटीएम में 5 रुपये की ट्रांजेक्शन कर लें. पीड़ित ने कहा कि मुझे ट्रांजेक्शन करनी नहीं आती, तो उसने एटीएम कार्ड की जानकारी मांगी. पीड़ित ने एटीम की जानकारी दे दी.
कुछ देर बाद बैंक खाते से ट्रांजेक्शन शुरू हो गए. पीड़ित फोन करने वाले व्यक्ति से कहा कि मेरे बैंक खाते से पैसे निकल रहे हैं, तुम चोरी कर रहे हो. मैं अभी पुलिस को कॉल करता हूं, तो उसने कहा कि पुलिस को कॉल मत करना ये पैसे आपके पेटीएम खाते में कल वापस आ जाएंगे.
पुलिस से की शिकायत
तभी पीड़ित तसद्दुक खान ने फोन काटा और 100 नंबर पर कॉल किया, साथ ही एटीएम कार्ड को भी ब्लॉक कराया. तसद्दुक खान ने बताया कि बाद में जामिया नगर थाने से फोन आया. उन्होंने शिकायत मांगी तो मैंने दे दी लेकिन उन्होंने एफआईआर दर्ज नहीं की.
पीड़ित अगले दिन बैंक गया, वहां भी उनकी बात को सही से नहीं सुना गया. बड़ी मुश्किल से उन्होंने अपनी शिकायत दर्ज कराई. बैंक ने पीड़ित को नेहरू पैलेस साइबर सेल जाने को कहा. वहीं साइबर सेल वालों ने कहा कि जब तक जामिया नगर थाने से शिकायत उनके पास नहीं आ जाती वो कोई कार्रवाई नहीं कर सकते.
पेटीमएम से भी की शिकायत
तसद्दुक खान ने बताया कि बाद में पेटीएम कंपनी में भी शिकायत की, वो रोजाना मैसेज करके अलग-अलग तरह की जानकारियां मांगते हैं और आखिर में खेद हैं कह देते हैं. इधर जामिया नगर थाने से शिकायत को साइबर सेल में फॉरवर्ड नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस और संबंधित विभागों से मेरी मांग है कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई हो और पैसे वापस दिलाए जाएं.