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खाड़ी देश से लौटे यात्रियों से कोविड रिपोर्ट के नाम पर लूट, ऐसे गैंग बनाता था शिकार

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Published : Jul 12, 2021, 3:26 PM IST

Updated : Jul 12, 2021, 8:42 PM IST

दिल्ली में लुटेरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे विदेशों से आने वाले भारतीय को भी सरेआम लूट ले रहे हैं. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ऐसे ही 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जो खाड़ी देशों से आने वाले यात्रियों को अपना निशाना बनाते थे और उन्हें कोविड टेस्ट के बहाने उलझा कर लूट लिया करते थे.

6 peoples arrested for robbing passengers coming from gulf countries
खाड़ी देश से लौटे यात्रियों से कोविड रिपोर्ट के नाम पर लूट, ऐसे बनाता था शिकार

नई दिल्ली : दिल्ली क्राइम ब्रांच ने लुटेरों के ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो खाड़ी देशों से आने वाले यात्रियों को निशाना बनाते थे. ट्रेन में जाने के लिए वह उन्हें कोविड-19 टेस्ट करवाने के लिए कहते थे और इसकी आड़ में उनसे लूटपाट करते थे. लूटपाट की वारदात को उनकी ट्रेन से ठीक कुछ समय पहले अंजाम दिया जाता था. फिर कुली के जरिए उन्हें ट्रेन में बिठाकर उनके राज्य भेज दिया जाता था. इस गैंग के 6 बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से लूटी गई रकम एवं हथियार भी बरामद हुए हैं.


डीसीपी मोनिका भारद्वाज के अनुसार, पश्चिम बंगाल का रहने वाला मोहम्मद वसी 2018 से सऊदी अरब में काम कर रहा था. बीते 9 जुलाई को वह अपने चार अन्य साथियों के साथ भारत लौटा. IGI एयरपोर्ट पर उतर कर वे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां से उन्हें कोलकाता जाना था. उन्हें एक एजेंट ने बताया कि ट्रेन में सफर करने के लिए कोविड टेस्ट की रिपोर्ट चाहिए. उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर उनका टेस्ट हुआ है, लेकिन उन्हें बताया गया कि यह रिपोर्ट ट्रेन में मायने नहीं रखती. उन्हें दोबारा से कोविड-19 टेस्ट कराना होगा. ट्रेन की टिकट दिलाने और कोविड-19 टेस्ट के लिए एजेंट उन्हें पहाड़गंज स्थित एक दफ्तर में ले गया.

6 peoples arrested for robbing passengers coming from gulf countries
गिरफ्तार बदमाश



डीसीपी के अनुसार, दफ्तर में इन युवकों को बताया गया कि अगले दिन सुबह तक उनकी रिपोर्ट तैयार हो जाएगी. यह भी बताया गया कि दोपहर 12:30 बजे कोलकाता के लिए ट्रेन की टिकट हो गई है. अगले दिन सुबह 11:30 बजे उन्हें रिपोर्ट मिल जाएगी. उनके होटल में रहने का इंतजाम भी किया गया. अगले दिन सुबह वह उस दफ्तर में पहुंचे जहां छह लोग बैठे हुए थे. वहां पर उनसे कोविड-19 रिपोर्ट के बदले 897 सऊदी रियाल मांगे गए. यह रकम देने से उन्होंने इनकार कर दिया तो उन्होंने कट्टा और चाकू निकालकर उन्हें धमकाया. बंधक बनाकर उन्हें पीटा गया. उनकी तलाशी ली गई और उनसे 3514 रियाल, लगभग 18000 रुपये एवं अन्य सामान लूट लिया गया.

पढ़ें:- दिल्ली पुलिस ने मेवाती गैंग का किया खात्मा, आखिरी सदस्य भी गिरफ्तार



इसके बाद उन्हें धमकी देकर उनके पासपोर्ट भी छीन लिये गये. उनकी ट्रेन जाने से 15 मिनट पहले तीन कुलियों को वहां पर बुलाया गया और कोलकाता की ट्रेन के लिए उन्हें भेज दिया गया. उन्हें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन लाया गया और ट्रेन में बिठा दिया गया. इस दौरान गुप्त सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम स्टेशन पहुंची और उन्हें ट्रेन से नीचे उतार लिया. एसीपी राजेश कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर पंकज अरोड़ा की टीम उन्हें लेकर पहाड़गंज स्थित दफ्तर पर छापा मारने पहुंची. पीड़ित की निशानदेही पर यहां से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों की पहचान विजय भान पांडे, दीपक, संजीव कुमार, हरि सिंह, राजू शाह और सुंदर के रूप में की गई है.

पढ़ें :- दिल्ली क्राइम ब्रांच ने मेरठ से पकड़ा फर्जी डॉक्टर, कर रहा था बड़े कारनामे



गिरफ्तार किया गया विजय भान ग्रेजुएट है. वह पहले होटल मैनेजर था. इसके बाद वह टूर ट्रेवल्स का काम करने लगा. दूसरा आरोपी दीपक दसवीं कक्षा तक पढ़ा है. वह पहले टैक्सी ड्राइवर था. तीसरा आरोपी संजीव कुमार ऑटो चलाता था. चौथा आरोपी हरि सिंह टिकट एजेंट का काम करता था. पांचवां आरोपी राजू शाह और छठा आरोपी सुंदर इन वारदातों में दोनों की मदद करते थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि वह लॉकडाउन के बाद से इस तरीके से वारदात को अंजाम दे रहे थे.

नई दिल्ली : दिल्ली क्राइम ब्रांच ने लुटेरों के ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो खाड़ी देशों से आने वाले यात्रियों को निशाना बनाते थे. ट्रेन में जाने के लिए वह उन्हें कोविड-19 टेस्ट करवाने के लिए कहते थे और इसकी आड़ में उनसे लूटपाट करते थे. लूटपाट की वारदात को उनकी ट्रेन से ठीक कुछ समय पहले अंजाम दिया जाता था. फिर कुली के जरिए उन्हें ट्रेन में बिठाकर उनके राज्य भेज दिया जाता था. इस गैंग के 6 बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से लूटी गई रकम एवं हथियार भी बरामद हुए हैं.


डीसीपी मोनिका भारद्वाज के अनुसार, पश्चिम बंगाल का रहने वाला मोहम्मद वसी 2018 से सऊदी अरब में काम कर रहा था. बीते 9 जुलाई को वह अपने चार अन्य साथियों के साथ भारत लौटा. IGI एयरपोर्ट पर उतर कर वे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां से उन्हें कोलकाता जाना था. उन्हें एक एजेंट ने बताया कि ट्रेन में सफर करने के लिए कोविड टेस्ट की रिपोर्ट चाहिए. उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर उनका टेस्ट हुआ है, लेकिन उन्हें बताया गया कि यह रिपोर्ट ट्रेन में मायने नहीं रखती. उन्हें दोबारा से कोविड-19 टेस्ट कराना होगा. ट्रेन की टिकट दिलाने और कोविड-19 टेस्ट के लिए एजेंट उन्हें पहाड़गंज स्थित एक दफ्तर में ले गया.

6 peoples arrested for robbing passengers coming from gulf countries
गिरफ्तार बदमाश



डीसीपी के अनुसार, दफ्तर में इन युवकों को बताया गया कि अगले दिन सुबह तक उनकी रिपोर्ट तैयार हो जाएगी. यह भी बताया गया कि दोपहर 12:30 बजे कोलकाता के लिए ट्रेन की टिकट हो गई है. अगले दिन सुबह 11:30 बजे उन्हें रिपोर्ट मिल जाएगी. उनके होटल में रहने का इंतजाम भी किया गया. अगले दिन सुबह वह उस दफ्तर में पहुंचे जहां छह लोग बैठे हुए थे. वहां पर उनसे कोविड-19 रिपोर्ट के बदले 897 सऊदी रियाल मांगे गए. यह रकम देने से उन्होंने इनकार कर दिया तो उन्होंने कट्टा और चाकू निकालकर उन्हें धमकाया. बंधक बनाकर उन्हें पीटा गया. उनकी तलाशी ली गई और उनसे 3514 रियाल, लगभग 18000 रुपये एवं अन्य सामान लूट लिया गया.

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इसके बाद उन्हें धमकी देकर उनके पासपोर्ट भी छीन लिये गये. उनकी ट्रेन जाने से 15 मिनट पहले तीन कुलियों को वहां पर बुलाया गया और कोलकाता की ट्रेन के लिए उन्हें भेज दिया गया. उन्हें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन लाया गया और ट्रेन में बिठा दिया गया. इस दौरान गुप्त सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम स्टेशन पहुंची और उन्हें ट्रेन से नीचे उतार लिया. एसीपी राजेश कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर पंकज अरोड़ा की टीम उन्हें लेकर पहाड़गंज स्थित दफ्तर पर छापा मारने पहुंची. पीड़ित की निशानदेही पर यहां से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों की पहचान विजय भान पांडे, दीपक, संजीव कुमार, हरि सिंह, राजू शाह और सुंदर के रूप में की गई है.

पढ़ें :- दिल्ली क्राइम ब्रांच ने मेरठ से पकड़ा फर्जी डॉक्टर, कर रहा था बड़े कारनामे



गिरफ्तार किया गया विजय भान ग्रेजुएट है. वह पहले होटल मैनेजर था. इसके बाद वह टूर ट्रेवल्स का काम करने लगा. दूसरा आरोपी दीपक दसवीं कक्षा तक पढ़ा है. वह पहले टैक्सी ड्राइवर था. तीसरा आरोपी संजीव कुमार ऑटो चलाता था. चौथा आरोपी हरि सिंह टिकट एजेंट का काम करता था. पांचवां आरोपी राजू शाह और छठा आरोपी सुंदर इन वारदातों में दोनों की मदद करते थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि वह लॉकडाउन के बाद से इस तरीके से वारदात को अंजाम दे रहे थे.

Last Updated : Jul 12, 2021, 8:42 PM IST
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