नई दिल्ली: राजधानी में मानसून की आज पहली बारिश हुई. इसके साथ ही दिल्ली सरकार की चिंता भी बढ़ गई है. दरअसल, बारिश के साथ ही सड़कों पर जलभराव से ट्रैफिक जाम की जो समस्या उत्पन्न होती है इसे दूर करने के लिए लोक निर्माण विभाग को ठीक तरह से नालों की सफाई करने के निर्देश दिए गए थे.
इस आदेश पर लोक निर्माण विभाग ने सही तरीके से काम नहीं किया जिस पर CM केजरीवाल ने नाराजगी जताई और उन्होंने विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया है कि जलभराव से संबंधित किसी भी शिकायत को दूर करने में 30 मिनट से अधिक समय नहीं लगना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने दिल्ली सचिवालय में मीटिंग के दौरान साफ कहा कि जलभराव हर हाल में 30 मिनट में दूर करें और अगर कोई अधिकारी-कर्मचारी इसमें गलती करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इस बैठक में दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री के अलावा मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेट्री, बाढ़ एवं सिंचाई विभाग के सेक्रेटरी व डिविजनल कमिश्नर मौजूद थे. उन्होंने बारिश के दौरान जलभराव दूर करने के लिए किए गए उपायों पर असंतोष जताया और संबंधित सभी विभाग के प्रमुखों को शनिवार को विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.
बारिश के दौरान जलभराव को लेकर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 277 जगहों को चिन्हित किया है. जिनमें से 157 जगह को क्रिटिकल बताया गया है. इन जगहों पर बारिश का पानी अगर जमा होता है तो ट्रैफिक की विकराल समस्या उत्पन्न हो जाती है और इसे ध्यान में रखते हुए ही लोक निर्माण विभाग को काम करने के निर्देश दिए गए थे.