नई दिल्ली: बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने कहा है कि सट्टेबाजों द्वारा संपर्क किए जाने के बावजूद इसकी जानकारी छुपाने के मामले में उन्होंने बहुत लापरवाही की थी.
ICC ने शाकिब पर 2 साल का प्रतिबंध लगा रखा है. वो इस साल 29 अक्टूबर के बाद क्रिकेट में फिर से लौट सकते हैं.
एक मीडिया हाउस ने शाकिब के हवाले से कहा, "मैंने इन संपर्को को बहुत हल्के में लिया था. जब मैं एंटी करप्शन ऑफिसर से मिला तो उन्होंने सब बता दिया और उन्हें सब पता था."
उन्होंने कहा, "मैंने उन्हें सभी साक्ष्य दिए और जो हुआ उन्हें सब पता था. ईमानदारी से कहूं तो यही एकमात्र कारण है कि मुझे एक साल के लिए प्रतिबंधित किया गया, अन्यथा मुझ पर पांच या 10 साल का प्रतिबंध लग सकता था."हरफनमौला क्रिकेटर ने कहा, "लेकिन मुझे लगता है कि मैंने बेवकूफी भरी गलती की क्योंकि अपने अनुभव और मैंने जितने अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी आचार संहिता की जितनी क्लास ली है, उसे देखते हुए कहूं तो मुझे यह (सट्टेबाजों द्वारा संपर्क करने की जानकारी अधिकारियों को नहीं देना) फैसला नहीं करना चाहिए था."शाकिब ने कहा, " मुझे इसका खेद है. किसी को भी इस तरह के संदेशों या फोन (सट्टेबाजों के) को हल्के में नहीं लेना चाहिए या नजरअंदाज नहीं करना चाहिए."उन्होंने कहा, " सुरक्षित रहने के लिए हमें इसकी जानकारी आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के अधिकारी को देनी चाहिए और मैंने यह सबक सीखा और मुझे लगता है कि यह बड़ा सबक है."