टोक्यो: एनआरएआई अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा, कुछ शीर्ष के निशानेबाज जिनसे ओलंपिक में पदक की आशा थी, लेकिन उन्होंने निराश किया है. ऐसे में कोचिंग और सपोर्ट स्टाफ में बदलाव किया जाएगा. साल 2016 रियो ओलंपिक में भारत की निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भी सिंह ने कहा था कि एनआरएआई ने 12 सदस्य खिलाड़ी की टोली के लिए कोच के चयन मे लचीलापन दिखाया है और इसकी जिम्मेदारी मैं लेता हूं.
मंगलवार को टोक्यो में 10 मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में मिश्रित टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद सिंह ने कहा, जिस तरह के प्रदर्शन की आशा थी शूटर्स उस तरह का प्रदर्शन नहीं किए. मुझे लगता है कि बड़े स्तर पर प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों को और ज्यादा मेहनत की जरुरत है, जिसके लिए हमें कोचिंग स्टाफ में बदलाव करने कि आवश्यकता है.
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सिंह ने आगे कहा, हमारे खिलाड़ीयों के पास प्रतिभा की कमी नहीं और ये हम सब ने देखा है. हमारे कुछ खिलाड़ी अभी भी लड़ रहे है, फिलहाल हमें उनका समर्थन करना चाहिए. एक बार ये खेल खत्म हो जाए, फिर हम बदलाव की बात करेंगे. भारत की निशेनाबाज मनु भाकर और सौरभ चौधरी ओलंपिक निशानेबाजी प्रतियोगिता के चौथे दिन मंगलवार को 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम इवेंट में सातवें स्थान पर रहे.
600 में से 586 के स्कोर के साथ पहले क्वालीफिकेशन राउंड में शीर्ष पर रहने के बाद और साल 2019 में चार विश्व कप स्वर्ण पदक जीतने वाले फॉर्म की झलक दिखाते हुए, मनु और चौधरी दूसरे क्वालीफिकेशन मेडल राउंड से चार अंकों से पीछे रह गए. उनका स्कोर 400 में से 380 रहा.
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अभिषेक वर्मा और यशस्विनी देसवाल की भारत की दूसरी जोड़ी 564 के स्कोर साथ 17वें स्थान पर रही और पहले क्वालीफिकेशन के दौर से आगे नहीं बढ़ सकी. 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम इवेंट में दो भारतीय जोड़ी भी क्वालीफिकेशन के पहले दौर से बाहर हो गई. इलावेनिल वलारिवान और दिव्यांश सिंह पंवार की जोड़ी ने 626.5 अंक हासिल किए और 12वें स्थान पर जा पहुंचे, जबकि दीपक कुमार और अंजुम मुदगिल 623.8 अंक के साथ शीर्ष आठ से बाहर रहकर 18वें स्थान पर रहे.