हैदराबाद: शरत कमल उन युवा खिलाड़ियों के लिए आदर्श हैं, जो टेबल टेनिस को अपना करियर बनाना चाहते हैं. अचंत चौथी बार ओलंपिक में भाग ले रहे हैं, जो टेबल टेनिस में भारतीय रिकॉर्ड है.
चेन्नई से ताल्लुक रखने वाले अचंत ने साल 2003 में टेबिल टेनिस की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीतकर सुर्खियां बटोरीं. इसके बाद साल 2004 में उन्होंने कुआलालंपुर में आयोजित 16वीं राष्ट्रमंडल टेबिल टेनिस चैम्पियनशिप का व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता. फिर साल 2006 के मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने दो स्वर्ण पदक जीतकर अपनी श्रेष्ठता एक बार फिर साबित की.
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साल 2008 के बीजिंग ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में भाग लेने वाले वह इकलौते भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी थे. इसके बाद उन्होंने साल 2010 में मिशिगन में आयोजित यूएस टेबल टेनिस चैम्पियनशिप जीती.
उसी साल अचंत ने दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में शुभाजीत साहा के साथ मिलकर मेन्स डबल्स का गोल्ड जीतने में भी सफलता हासिल की. बाद में 2018 के गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में भी अचंत ने एक स्वर्ण समेत तीन पदक जीते.