ब्रिसबेन: दुनिया की नंबर एक महिला टेनिस खिलाड़ी एश्ले बार्टी अमेरिकी ओपन से हट गई हैं क्योंकि वह कोरोना वायरस महामारी के बीच यात्रा करके जोखिम नहीं उठाना चाहतीं.
चौबीस साल की ऑस्ट्रेलियाई बार्टी वैश्विक स्वास्थ्य संकट के कारण न्यूयॉर्क में 31 अगस्त से 13 सितंबर तक होने वाले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट से हटने वाली अब तक की सबसे हाई प्रोफाइल खिलाड़ी है.
बार्टी ने गुरुवार को ईमेल से भेजे बयान में कहा, "मेरी टीम और मैंने फैसला किया है हम वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन और अमेरिकी ओपन के लिए इस साल यात्रा नहीं करेंगे."
उन्होंने कहा, "मुझे ये दोनों प्रतियोगिताएं पसंद हैं इसलिए यह मुश्किल फैसला था लेकिन कोविड-19 के कारण अब भी काफी जोखिम है और मैं अपनी टीम और स्वयं को इस स्थिति में डालने को लेकर सहज नहीं हूं."
बार्टी ने अब तक फैसला नहीं किया है कि वह पिछले साल जीते फ्रेंच ओपन खिताब का बचाव करेंगी या नहीं. इससे पहले फ्रेंच ओपन को भी स्थगित कर दिया गया था और अब इसका आयोजन 27 सितंबर से किया जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमाएं सील कर रखी हैं जिस वजह से बार्टी के लिए इस महामारी के बीच यात्रा करना मुश्किल है.
बार्टी के अलावा कई और खिलाड़ियों ने भी अमेरिका की यात्रा करने को जोखिम भरा करार दिया है. यहां कोरोनावायरस के कारण अबतक कुल 150,000 लोगों की मौत हो चुकी है.
सेरेना विलियम्स, कोको गौफ, नोवाक जोकोविच और राफेल नडाल बुधवार की प्रारंभिक प्रविष्टि सूची में थे, लेकिन बार्टी, दो बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन नाओमी ओसाका और 2019 के यूएस ओपन चैंपियन बियांका एंड्रीस्क्यू के नाम टूर्नामेंट के लिए नहीं थे.
बता दें कि कोरोनावायरस के कारण मार्च से कोई भी पेशेवर टेनिस प्रतियोगिता नहीं खेली गई है. महिला और पुरुष दोनों टूर अगस्त में लौटने की योजना है.
आम तौर पर अमेरिकी ओपन साल का आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट होता है लेकिन अब यह फ्रेंच ओपन से पहले होने जा रहा है. साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन को कोरोना की वजह से स्थगित करना पड़ा था. पहले इसे 24 जून से 7 जुलाई तक खेला जाना था जिसे अब 27 सितंबर से 11 अक्टूबर से बीच खेला जाएगा.