ज्यूरिख: स्विट्जरलैंड के स्टार टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर ने कहा है कि खेलों में सफल होने के लिए उनके पिता ने उन्हें दो साल का अल्टीमेटम दिया था.
20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता फेडरर ने कहा कि शुरुआती दिनों में जब उनके माता-पिता ने उन्हें पेशेवर बनने के लिए आर्थिक रूप से समर्थन दिया, तो उन्हें यकीन नहीं था कि उनके बेटे को प्रतिस्पर्धात्मक खेलों में सफलता मिलेगी.
पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 फेडरर ने कहा, "मेरे माता-पिता ने मेरे टेनिस प्रशिक्षण का भुगतान करने के लिए एक वर्ष में 30,000 स्विस फ्ऱैंक (लगभग 28,000 यूरो) खर्च किए. लेकिन एक पेशेवर खिलाड़ी बनने की मेरी क्षमता पर उन्हें संदेह था."
उन्होंने कहा, "जब मैं 16 साल का था, तो मैंने उनसे पूछा कि टेनिस में 100 फीसदी शामिल होने के लिए क्या मुझे स्कूल छोड़ देना चाहिए. मेरे पिता ने मुझे सफल होने के लिए दो साल दिए. उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैं असफल रहा या पेशेवर खिलाड़ी नहीं बन पाया, तो मुझे स्कूल वापस जाना पड़ेगा. मैंने उनसे कहा कि मुझ पर भरोसा रखिए और किस्मत से मैं जूनियर में वर्ल्ड नंबर 1 बन गया."
इसके अलावा रोजर फेडरर ने कहा है कि टेनिस के लिए अच्छा है कि खिलाड़ी वित्तीय तौर पर मजबूत हो रहे हैं और इस मामले में अन्य खेलों से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं.
एक इंटरव्यू में फेडरर ने कहा, "हो सकता है कि यह टेनिस के लिए अच्छा हो कि हम फुटबॉल, मुक्केबाजी, फॉर्मूला-1 और बास्केटबॉल के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें जहां वेतन शानदार है. लेकिन मैं कागजों में देखकर शर्मिदा होता हूं."
फेडरर ने कहा कि वह 2021 सीजन से पहले पूरी तरह से फिट हो जाएंगे.
उन्होंने कहा, "मैं कहना चाहता हूं कि मैं काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं. मैं हालांकि अभी तक उस स्तर पर नहीं हूं जहां टेनिस खेल सकूं लेकिन मैं इस बात को लेकर आश्वास्त हूं कि मैं अगले सीजन से पहले 100 फीसदी तैयार हो जाऊंगा."