नई दिल्ली: जीवन नेदुचेझियन के लिए 30 साल की उम्र में डेविस कप में खेलना आगे बढ़ना जैसा नहीं है लेकिन उन्हें लगता है जब वे पाकिस्तान का सामना करेंगे तो ये उनकी टेनिस यात्रा में 'विशेष सप्ताह' होगा. उनका मानना है कि कमजोर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ जीत दर्ज करने से उनका पदार्पण का महत्व कम नहीं होगा.
चेन्नई के इस खिलाड़ी को पिछले दो-तीन वर्षों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद अधिक रैंकिंग वाले खिलाड़ियों की मौजूदगी के कारण डेविस कप टीम में जगह नहीं मिली.
शीर्ष खिलाड़ियों के पाकिस्तान जाने से मना करने के कारण उनके लिए मौका बना लेकिन इस्लामाबाद से मैच स्थल हटने के बाद वे फिर से तैयार हो गए जिससे जीवन की खेलने की संभावना कम हो गई. लेकिन रोहन बोपन्ना कंधे की चोट के कारण बाहर हो गए जिससे जीवन का अब दिग्गज लिएंडर पेस के साथ युगल मुकाबले में खेलना तय है.
जीवन ने मीडिया से कहा, 'हमारे देश में युगल में काफी अच्छे खिलाड़ी है. हमारे दो खिलाड़ी शीर्ष 50 में शामिल हैं. टेनिस एक यात्रा है. मैं अब 30 साल का हूं और टूर में खेलने का लुत्फ उठा रहा हूं भले ही मुझे डेविस कप में मुझे खेलने का मौका मिले या नहीं. लेकिन देश के लिए खेलना विशेष अहसास है और आगे बढ़ना जैसा नहीं है. ये यात्रा का हिस्सा है.'
उन्होंने कहा, 'मैं टीम का हिस्सा बनकर उत्साहित हूं. देश का प्रतिनिधित्व करना किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है. देश का प्रतिनिधित्व करना किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ा सम्मान होता है.'
साकेत मयनेनी भी टीम में हैं लेकिन पेस के साथ युगल में जीवन के खेलने की संभावना है. यें हाथ के इस खिलाड़ी ने कहा कि पेस के साथ समय बिताने से उन्हें नए सबक मिलेंगे. उन्होंने कहा, 'मैं नए सबक सीखने की उम्मीद कर रहा हूं. टेनिस कोर्ट पर वे बेहद तेज खिलाड़ी है. मैच के बारे में उनकी सोच उन खिलाड़ियों से भिन्न है जिनके साथ मैं खेला हूं.'