न्यूयॉर्क: जर्मनी के अलेक्जेंडर ज्वेरेव ने पहली बार यूएस ओपन के फाइनल में जगह बनाते हुए एक संर्घषपूर्ण मुकाबले को जीता. ज्वेरेव के सामने सेमीफाइनल में 29 वर्षीय स्पैनार्ड, पाब्लो काररेनो बुस्टा की चुनौती थी. जो मैच के 2 सेटों तक उनपर हावी रहे. ज्वेरेव को 3-6, 2-6 से हराकर बुस्टा को बस एक सेट जीतकर फाइनल में पहुचना था लेकिन ज्वेरेव ने वहां यूएस ओपन के सबसे बड़े कमबैक परफॉर्मेंस में से एक देकर फाइनल में जगह बनाई.
तीसरे सेट में बुस्ट के शानदार अटैक का बखुबी सामना करते हुए ज्वेरेव ने 6-3 से सेट जीता और मैच में अपने बने रहने की मुहर लगाई फिर लगातार खुद पर विश्वास करते हुए अटैक किया और आखिर के 3 सेट जीतकर मैच अपने नाम किया.
2 सेटों से पीछे चल रहे ज्वेरेव फाइनल में पहुचने को लेकर फेवरेट माने जा रहे थे ने लेकिन विश्व नंबर 27 और 20वीं वरीयता प्राप्त बुस्टा के गेम ने उनका कड़ा प्रतिस्पर्धी साबित किया.
हालांकि अंत में ज्वेरेव ही फाइनल पहुंचे.
मैच के बाद ज्वेरेव ने कहा, "मुझे सकीन नहीं हो रहे है कि मैं 2 सेट से पीछे था और अब मैं मैच जीत चुका हूं." उन्होंने आगे कहा, "मैं इस फेवरेट माना जा रहा था . मुझे पता था कि मुझे अच्छा टेनिस खेलना है. और अभी मैं अपने पहले ग्रैंड स्लैम पाइनल में पहुंच चुका हूं. अभी बी एक मैच बाकी है. मुझे बीच मैच में अपनी स्ट्रेट्जी बदली पड़ी."
ज्वेरेव ने कहा, "3-6, 0-5 पर, मैं स्कोरबोर्ड को देख रहा था, मुझे लगा कि मुझे कुछ करने की जरूरत है. मैं भाग्यशाली हूं. मुझे लग कि ठीक है, पिछले कुछ वर्षों से में जीज ग्रीन [एंडी मरे के पूर्व कंडीशनिंग कोच] के साथ काम कर रहा था और उसने मेरे साथ काफी अच्छा काम किया है."