नई दिल्ली : मोरक्को में 36 साल के पूर्व टेनिस खिलाड़ी मैच फिक्सिंग का दोषी पाया गया है. यूनुस राचिदी ने 135 मैच फिक्स किए थे. इस खिलाड़ी पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया है. यूनुस राचिदी पर आजीवन प्रतिबंध लगाने का फैसला 9 फरवरी 2023 को सुनाया गया. भ्रष्टाचार रोधी सुनवाई अधिकारी जेनी सौब्लियरे ने 36 साल के राचिदी के खिलाफ सभी आरोप साबित होने का फैसला सुनाया. इंटिग्रिटी एजेंसी ने कहा कि राचिदी अल्जीरिया के दो खिलाड़ियों के साथ मैच फिक्सिंग में शामिल था, जिन्हें हाल ही में बेल्जियम में जांच के बाद प्रतिबंधित कर दिया गया था.
बैन के अलावा मोटा जुर्माना भी लगा
डबल्स रैंकिंग में 473वें स्थान पर रहे यूनुस राचिदी को एटीपी और डब्ल्यूटीए के अधीन किसी भी टेनिस इवेंट में खेलने, कोचिंग देने या भाग लेने पर प्रतिबंधित लगा दिया गया है. उन पर 34,000 अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 29 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. इंटरनेशनल टेनिस इंटिग्रिटी एजेंसी के अनुसार, टेनिस खेल में किसी एक व्यक्ति ने इतनी संख्या में मैच फिक्स किए हैं. इससे पहले 135 या उससे ज्यादा मैच फिक्स किसी अकेले खिलाड़ी ने नहीं किए.
ओलिवर गोल्डिंग ने भी किया था खुलासा
ब्रिटेन के टेनिस खिलाड़ी ओलिवर गोल्डिंग ने खुलासा किया था कि 2015 में ग्रीस में फ्यूचर टूर्नामेंट के दौरान उन्हें फिक्सिंग की पेशकश की गई थी. यह पेशकश किसी एजेंट ने नहीं बल्कि उनके प्रतिद्वंद्वी ग्रीस के एलेक्जेंड्रस जाकुपोविच ने की थी. जाकुपोविच ने उनसे कहा कि था वे बस पहला सेट हार जाएं और फिर चाहें तो मैच जीत लें. ऐसा करने पर उन्हें 2000 यूरो (लगभग 1.54 लाख रुपए) दिए जाएंगे.
इन खिलाड़ियों पर लगा बैन
एलेक्जेंड्रस जाकुपोविच पर 2015 में आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया था. लेकिन यह पता नहीं चला था कि उन्होंने किस-किस खिलाड़ी को फिक्सिंग की पेशकश की थी. यूरोप में होने वाली ऑनलाइन स्पोर्ट्स बेटिंग पर नजर रखने वाली संस्था यूरोपीयन स्पोर्ट्स सिक्योरिटी एसोसिएशन की रिपोर्ट भी इस बात की पुष्टि हुई थी. रिपोर्ट के अनुसार 2017 की दूसरी तिमाही में संदिग्ध बेटिंग के 53 मामले रिपोर्ट किए गए.
इनमें से आधे से ज्यादा 31 मामले सिर्फ टेनिस के थे. संस्था ने पांच खेलों में ऑनलाइन बेटिंग ट्रेंड के आधार पर यह रिपोर्ट बनाई थी. टेनिस के बाद दूसरे नंबर पर मैच फिक्सिंग के मामने फुटबॉल में सामने आए थे. इसमें संदिग्ध बेटिंग के 15 मामले सामने आए. बास्केटबॉल में पांच और हैंडबॉल व वॉलीबॉल में एक- एक मामला रिपोर्ट किया गया था.