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Wrestler Vinesh Phogat : विनेश फोगाट ने लगाए गंभीर आरोप, सरकार बृजभूषण सिंह का बचाव करने की कोशिश कर रही

Wrestler Vinesh Phogat Allegation Government : पहलवान विनेश फोगाट ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विनेश ने कहा कि सरकार बृजभूषण शरण सिंह का बचाव करने की कोशिश कर रही है.

Vinesh Phogat and Brij Bhushan Singh
विनेश फोगाट और बृजभूषण सिंह
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Published : Jun 11, 2023, 10:30 PM IST

नई दिल्ली : बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इन पहलवानों का कहना है कि सरकार भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को बचाने की कोशिश कर रही है. बृजभूषण उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के सांसद भी है. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने 7 जून को आश्वासन दिया था कि बृजभूषण के खिलाफ 15 जून तक आरोपपत्र दायर कर दिया जायेगा. जिसके बाद पहलवानों ने अपना आंदोलन रोक दिया था. दिल्ली के जंतर मंतर पर 23 अप्रैल से डब्ल्यूएफआई के निवर्तमान प्रमुख के खिलाफ अपना आंदोलन फिर से शुरू करने के बाद से पहलवान उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.

सरकार ने पहलवानों की कई मांगों को स्वीकार कर लिया है, जिसमें बृजभूषण के परिवार के किसी भी सदस्य या सहयोगी को आगामी डब्ल्यूएफआई चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी. ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के नेतृत्व में पहलवानों ने कहा है कि जब तक बृजभूषण सिंह को सलाखों के पीछे नहीं पहुंचाया जाता है. तब तक वे अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त नहीं करेंगे. विश्व चैम्पियनशिप में दो बार पदक जीतने वाली विनेश फोगाट ने रविवार को मीडिया से बातचीत की है. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ पहलवानों की बैठक के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्होंने कुछ प्रस्ताव दिए थे कि वे हमारे लिए इतना कर सकते हैं. लेकिन बृजभूषण की गिरफ्तारी को छोड़कर और सब काम हो रहा है.

पहलवानों ने कहा कि हमारी लड़ाई एक दिन में खत्म हो सकती है. लेकिन देश के बुजुर्ग नागरिक अभी भी लड़ रहे हैं. हम उनके साथ हैं. इस धरती पर कुछ झगड़े खत्म नहीं होंगे. लोग शहीद हो रहे हैं, लोग दुख में हैं, बेरोजगारी युवाओं को परेशान कर रही है. इन सभी मुद्दों पर सरकार को विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इतने सारे लोग अपनी आवाज उठाने के लिए आगे आए हैं. सरकार को उनकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए. विनेश से जब पूछा गया कि उन्हें लगता है कि देश में लोकतंत्र के बजाय राजशाही का पालन किया जा रहा है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है. बाद में वह पटियाला पहुंचीं और पंजाब राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के खिलाफ किसानों के विरोध में शामिल हुईं. संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों को नए कनेक्शन देने में देरी, लंबित नलकूप कनेक्शन जारी करने में देरी और स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध कर रहे हैं.

खेल की खबरें पढ़ें :

(पीटीआई भाषा)

नई दिल्ली : बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इन पहलवानों का कहना है कि सरकार भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को बचाने की कोशिश कर रही है. बृजभूषण उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के सांसद भी है. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने 7 जून को आश्वासन दिया था कि बृजभूषण के खिलाफ 15 जून तक आरोपपत्र दायर कर दिया जायेगा. जिसके बाद पहलवानों ने अपना आंदोलन रोक दिया था. दिल्ली के जंतर मंतर पर 23 अप्रैल से डब्ल्यूएफआई के निवर्तमान प्रमुख के खिलाफ अपना आंदोलन फिर से शुरू करने के बाद से पहलवान उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.

सरकार ने पहलवानों की कई मांगों को स्वीकार कर लिया है, जिसमें बृजभूषण के परिवार के किसी भी सदस्य या सहयोगी को आगामी डब्ल्यूएफआई चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी. ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के नेतृत्व में पहलवानों ने कहा है कि जब तक बृजभूषण सिंह को सलाखों के पीछे नहीं पहुंचाया जाता है. तब तक वे अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त नहीं करेंगे. विश्व चैम्पियनशिप में दो बार पदक जीतने वाली विनेश फोगाट ने रविवार को मीडिया से बातचीत की है. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ पहलवानों की बैठक के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्होंने कुछ प्रस्ताव दिए थे कि वे हमारे लिए इतना कर सकते हैं. लेकिन बृजभूषण की गिरफ्तारी को छोड़कर और सब काम हो रहा है.

पहलवानों ने कहा कि हमारी लड़ाई एक दिन में खत्म हो सकती है. लेकिन देश के बुजुर्ग नागरिक अभी भी लड़ रहे हैं. हम उनके साथ हैं. इस धरती पर कुछ झगड़े खत्म नहीं होंगे. लोग शहीद हो रहे हैं, लोग दुख में हैं, बेरोजगारी युवाओं को परेशान कर रही है. इन सभी मुद्दों पर सरकार को विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इतने सारे लोग अपनी आवाज उठाने के लिए आगे आए हैं. सरकार को उनकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए. विनेश से जब पूछा गया कि उन्हें लगता है कि देश में लोकतंत्र के बजाय राजशाही का पालन किया जा रहा है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है. बाद में वह पटियाला पहुंचीं और पंजाब राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के खिलाफ किसानों के विरोध में शामिल हुईं. संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों को नए कनेक्शन देने में देरी, लंबित नलकूप कनेक्शन जारी करने में देरी और स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध कर रहे हैं.

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(पीटीआई भाषा)

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