मुंबई : विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप यहां एक अक्टूबर से आयोजित की जाएगी जिसमें छह विश्व खिताब दांव पर लगे होंगे.
इस चैम्पियनशिप में 66 देशों के 450 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे जिनमें 145 भारतीय खिलाड़ी शामिल हैं. इन खिलाड़ियों में 56 खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने कोई न कोई खिताब जीता है. इनमें तीन ग्रैंडमास्टर्स भी शामिल हैं.
भारत के युवा सनसनी और दुनिया के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रगनंनंधा इस चैम्पियनशिप में आकर्षण का केंद्र होंगे. यह भारत में आयोजित होने वाली अब तक की सबसे बड़ी शतरंज प्रतियोगिता है। प्रगनंनंधा के अलावा अर्मेनिया के सार्गसायान शांत और भारत के इनियान पी. के रूप में दो और ग्रैंड मास्टर इस चैम्पियनशिप में हिस्सा ले रहे हैं.
आयोजकों ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि चैम्पियनशिप में अंडर-14, अंडर-16 और अंडर-18 (लड़के और लड़कियां) वर्ग में छह खिताब दांव पर लगे होंगे.
पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता ग्रैंडमास्टर हरिका द्रोणावल्ली ने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मैं इस बात को लेकर बेहद खुश हूं कि हम इतना अहम टूर्नामेंट आयोजित करने जा रहे हैं. मुझे आशा है कि आने वाले समय में भारत में इसी तरह के बड़े आयोजन होंगे.’’
एक अन्य अर्जुन पुरस्कार विजेता और पद्मश्री ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी ने कहा, ‘‘भारत शायद पहली बार इतने बड़े टूर्नामेंट का आयोजन कराने जा रहा है. यह युवा खिलाड़ियों और शतरंज प्रेमियों के लिए शानदार मौका है. वे इसके माध्यम से सीख सकते हैं और साथ ही उभरते हुए अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ खेलने से प्रेरणा ले सकते हैं.’’
चेन्नई के खिलाड़ी प्रगनंनंधा के अलावा नागपुर की दिव्या देशमुख पर भी सभी की निगाहें होंगी.
चैम्पियनशिप में रूस, अमेरिका, फ्रांस, इटली और अजरबेजान प्रमुख देश हिस्सा ले रहे हैं. इस चैम्पियनशिप का आयोजन अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के बैनर तले अखिल मराठी शतरंज संघ कर रहा है.