नई दिल्ली: भारत के उप मुख्य कोच राधाकृष्णन नायर ने कहा कि स्टार धाविका हिमा दास की गैरमौजूदगी के बावजूद देश की चार गुणा 400 मीटर मिश्रित रिले टीम दोहा विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच सकती है.
विश्व जूनियर चैंपियन हिमा पीठ में चोट के कारण 27 सितंबर से शुरू हो रही विश्व चैंपियनशिप से बुधवार को बाहर हो गईं जिससे भारतीय टीम को झटका लगा है। भारतीय टीम को नई स्पर्धा चार गुणा 400 मीटर मिश्रित रिले से काफी उम्मीदें थी
नायर ने मीडिया से कहा, "हिमा के बाहर होने से अधिक अंतर पैदा नहीं होगा, हमें सकारात्मक रहना होगा और हमारा अब भी मानना है कि हम मिश्रित चार गुणा 400 मीटर के फाइनल में जगह बना सकते हैं."
विश्व चैंपियनशिप की रिले स्पर्धाओं में शीर्ष आठ में रहने वाली टीमें 2020 तोक्यो ओलंपिक के लिए स्वत: क्वालीफाई कर जाएंगे.
भारत ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के दौरान तीन मिनट 15.71 सेकेंड के समय के साथ मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले में 14वें स्थान की टीम के रूप में विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था.
बहरीन की टीम ने स्वर्ण पदक जीता था लेकिन उसके एक धावक के डोपिंग में फंसने के बाद उससे पदक छीन लिया गया.
भारत की ओर से इस स्पर्धा में मोहम्मद अनस, राजीव आरोकिया, एमआर पूवम्मा और हिमा दास दौड़े थे. दोहा में हालांकि हिमा और चोटिल राजीव दोनों ही भारत की ओर से हिस्सा नहीं ले पाएंगे.
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इस बीच एथलेटिक्स की वैश्विक संचालन संस्था आईएएएफ ने गुरुवार को इस प्रतियोगिता के लिए अस्थाई प्रवेश सूची जारी की. इस सूची में 26 भारतीयों को जगह मिली है लेकिन उम्मीद के मुताबिक हिमा का नाम इसमें नहीं है.
अंजलि देवी को इस सूची में शामिल किया गया है लेकिन उनका प्रतिनिधित्व 21 सितंबर को पटियाला में होने वाले ट्रायल पर निर्भर करेगा.