हैदराबाद: ईरान के लिए स्थिती अब बद से बदतर नजर आ रही है जहां एक तरफ अमेरिका से सीधी लड़ाई छिड़ गई है वहीं दूसरी ओर उनकी खुद की जनता अब अपनी ही सरकार के खिलाफ विरोध पर उतर आई है.
ऐसी स्थिती में देश के नागरिकों ने अपनी सुरक्षा को देखते हुए ईरान का साथ छोड़ा तो वहीं कई खिलाड़ियों ने भी अपनी - अपनी राहें अलग कर ली.
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किमिया ने अपनी सोशल माडिया पोस्ट में लिखा है, "मैं ईरान की लाखों सताई गई महिलाओं में से एक हूं जो सालों तक देश के लिए खेलती रही हूं. अधिकारियों ने जो भी कहा मैं उसे मानती रही. हर आदेश का पालन किया है, लेकिन उनके लिए हममें से कोई भी अहमियत नहीं रखता. हम उनके लिए केवल इस्तेमाल होने वाले हथियार भर हैं."
किमिया इस वक़्त कहां हैं, इसके बारे में उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन ईरानी मीडिया की ख़बरों में कहा जा रहा है कि वो ट्रेनिंग के सिलसिले में नीदरलैंड्स में हो सकती हैं.
बता दें कि 2016 रियो ओलंपिक में ताइक्वांडो में कांस्य पदक जीतकर किमिया ने ईरान के लिए इतिहास रचा था.