कीव (यूक्रेन): भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (53 किग्रा) ने कोरोना वायरस महामारी के कारण लंबे समय के तक खेल से दूर रहने के बाद यहां यूक्रेनियन रेस्लर्स एवं कोचेज मेमोरियल टूर्नामेंट से कुश्ती में वापसी करते हुए रविवार को यहां 2017 की विश्व चैंपियन वी कालादजिंस्की को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया.
ये भी पढ़े- भारतीय मुक्केबाजी टीम बोक्सम इंटरनेशल टूर्नामेंट में भाग लेने स्पेन रवाना
विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज भारतीय महिला पहलवान को सातवें स्थान पर काबिज बेलारूस की खिलाड़ी ने कड़ी टक्कर दी लेकिन 10-8 कर बढ़त कायम करने के बाद उन्होंने विरोधी पहलवान को चित्त कर मुकाबला जीत लिया.
विनेश ने मुकाबले की शुरूआत में बाएं पैर से किए हमले के दम पर 4-0 की बढ़त हासिल कर ली लेकिन किलादजिंस्की ने शानदार चाल चल कर स्कोर 4-4 कर दिया. ब्रेक से 10 सेकेंड पहले विनेश ने दो और अंक जुटाकर 6-4 कर बढ़त हासिल कर ली.
ब्रेक के बाद बेलारूस की खिलाड़ी ने विनेश पर दबाव बनाने के बाद चार अंक हासिल कर बढ़त बना ली लेकिन भारतीय पहलवान ने एक बार फिर चार अंक के दाव के साथ 10-8 की बढ़त कायम कर ली. विनेश ने इसके बार विरोधी खिलाड़ी को इस तरह से चित्त किया कि उसके पास उठने का कोई मौका नहीं था.
ये भी पढ़े- पैरा एथलीट निषाद कुमार कोविड पॉजिटिव पाए गए
पिछले साल कोरोना वायरस महामारी के कारण इस खेल में आयी रूकावट के बाद विनेश का यहा पहला मुकाबला था. वह टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली इकलौती भारतीय महिला पहलवान है.
उनके अलावा पुरुष पहलवान बजरंग पुनिया (65 किग्रा), रवि दहिया (57 किग्रा) और दीपक पुनिया (86 किग्रा) भी टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं.
विनेश ने 2014 के राष्ट्रमंडल खेल तथा 2018 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था.
विनेश 23 जुलाई से टोक्यो में शुरू होने वाले ओलंपिक की तैयारी के लिए कुछ समय के लिए हंगरी में प्रशिक्षण ले रही थीं. इस कारण, उन्होंने आगरा में जनवरी में आयोजित कुश्ती नेशनल्स को छोड़ दिया था.
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने रोम में 4 मार्च से शुरू होने वाली विश्व रैंकिंग सीरीज के लिए राष्ट्रीय टीम में विनेश का नाम शामिल किया है.