पणजी: गोवा सरकार और भारतीय ओलम्पिक संघ के बीच नेशनल गेम्स की मेजबानी को लेकर चल रहा विवाद और गहराता जा रहा है. राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले से ही लेट हो चुके खेलों की तारीख तय करना आईओए का काम है.
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा, "आईओए को फैसला लेना है, हमने कहा है कि यह फैसला छह महीने पहले लिया जाए और हमें तारीखों के बारे में बताया जाए. हम तैयार रहेंगे."
गोवा सरकार ने कहा था कि वह नवंबर-2019 में खेलों की मेजबानी के बजाए खेलों को मई 2020 में आयोजित करना चाहती है। सावंत ने सरकार की पुरानी बात को भी दोहराया.
उन्होंने कहा, "गेंद आईओए के पाले में है. यह फैसला लेना उनके लिए जरूरी है. गोवा तैयार रहेगा. नेशनल गेम्स के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है. हमारे पास संसाधनों की कमी नहीं है."
सावंत ने कहा कि जो भी जरूरी इंफ्रस्ट्रक्चर बचा हुआ है वह जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.
यह खेल पहले इसी साल नवंबर में होने थे लेकिन कुछ कारणों से इसमें देरी हो रही जिसमें से गोवा में खेलों के लिए इंफ्रस्ट्रक्चर की कमी एक कारण है.
राज्य सरकार ने आईओए को पहले ही लिख दिया है कि वह मई-2020 में खेलों का आयोजन कराए.