हैदराबाद: ओलंपिक की तैयारियों में जुटी नेशनल कैंप में शामिल उत्तर प्रदेश की एथलीट प्राची चौधरी डोप में फंस गई हैं. जकार्ता एशियाई खेलों के लिए 4x400 रिले टीम में चयन नहीं होने पर एथलेटिक फेडरेशन ऑफ इंडिया को अदालत में घसीटने वाली प्राची के सैंपल में सिंथेटिक स्टेरायड ऑक्जेंड्रोलॉन पाया गया है. उन्हें नाडा की ओर से अस्थाई रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है.
एशियाई एथलेटिक चैंपियनशिप में 4x400 मीटर रिले में रजत जीतने वाली और विश्व चैंपियनशिप के लिए टीम में चयनित होने वाली प्राची को फेडरेशन ने टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों के लिए नेशनल कैंप में शामिल किया था लेकिन अब फेडरेशन ने प्राची को कैंप से निष्कासित भी कर दिया है.
नेशनल कैंप में ही नाडा ने उनका आउट ऑफ कंपटीशन सैंपल लिया जो ऐसे स्टेरायड के लिए पॉजिटिव पाया गया. ऑक्जेंड्रोलॉन स्टेरायड काफी दुर्लभ है. नाडा की ओर से जितनी भी एथलीट आज तक डोप में फंसे हैं. उनमें से महज चार ही स्टेरायड के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं.
यही नहीं कोलकाता अंतरराष्ट्रीय मैराथन में स्वर्ण जीतने वाली एथलीट किरनजीत कौर भी डोप में फंस गई हैं. अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन की ओर से लिए गए उनके सैंपल में एसएआरएम पाया गया है.
इसके अलावा डोप मामले में 3000 मीटर स्टीपलचेज चैंपियन रूथ जेबेट का नाम भी सामने आया है. रूथ को डोपिंग में पकड़े जाने के कारण चार साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है.
उन्हें प्रतिबंधित रक्त बूस्टर ईपीओ के लिए पॉजीटिव पाया गया था. इसकी घोषणा बुधवार को एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट ने की.
1 दिसंबर, 2017 को उन्हें डोप टेस्ट में पॉजीटिव पाया था, जिसके बाद 2018 में उन पर बैन लगाया गया.
बता दें कि रूथ जेबेट ने 2016 रियो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था. इसके बाद उन्होंने पेरिस डायमंड लीग मीट में विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया था.