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हिमाचल प्रदेश के मैकलाडगंज में बीजिंग ओलंपिक का हुआ विरोध, भूख हड़ताल पर बैठे तिब्बती - Beijing olympics news

दुनिया भर में तिब्बती इन खेलों के खिलाफ विरोध कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022 का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं.

Tibetans go on hunger strike in protest against Winter Olympics
Tibetans go on hunger strike in protest against Winter Olympics
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Published : Feb 5, 2022, 3:15 PM IST

धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश): तिब्बती कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शुक्रवार को शुरू हुए बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के विरोध में यहां एक दिन की भूख हड़ताल की.

पांच तिब्बती गैर सरकारी संगठन – स्टूडेंट्स फॉर फ्री तिब्बत (SFT), तिब्बती युवा कांग्रेस (TYC), तिब्बती महिला संघ (TWA), नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ तिब्बत (NDPT) और तिब्बत के पूर्व राजनीतिक बंदियों की गु चू सुम एसोसिएशन – ने "तिब्बत में तिब्बियों के मानवाधिकारों का हनन" के खिलाफ विरोध करते हुए भूख हड़ताल की.

ये भी पढ़ें- हजारों तिब्बतियों ने IOC मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया

कड़ाके की ठंड के बावजूद करीब इन संगठनों के 10 तिब्बती कार्यकर्ताओं ने मैकलाडगंज में भूख हड़ताल की जहां केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (CTA) का मुख्यालय है.

दुनिया भर में तिब्बती इन खेलों के खिलाफ विरोध कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022 का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं.

इससे पहले हजारों तिब्बतियों ने बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक के आयोजन से पहले गुरुवार को स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के मुख्यालय के बाहर मार्च करते हुए अपने क्षेत्र की स्वतंत्रता की मांग की.

इस दौरान यूरोप में रहने वाले तिब्बत के प्रवासियों ने चीन के सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी को संदेश देने का प्रयास करते हुए हाथ में बैनर लिए हुए थे जिनमें 'तिब्बत को बचाओ' और 'अब खून से सने और खेल नहीं' जैसे संदेश लिखे थे.

पुलिस एस्कोर्ट के पीछे प्रदर्शनकारी तिब्बत के झंडे लहरा रहे थे. इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं जैसी पोशाक पहने कुछ लोगों के अलावा चीन के अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिमों के लगभग एक दर्जन समर्थन भी मौजूद थे.

धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश): तिब्बती कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शुक्रवार को शुरू हुए बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के विरोध में यहां एक दिन की भूख हड़ताल की.

पांच तिब्बती गैर सरकारी संगठन – स्टूडेंट्स फॉर फ्री तिब्बत (SFT), तिब्बती युवा कांग्रेस (TYC), तिब्बती महिला संघ (TWA), नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ तिब्बत (NDPT) और तिब्बत के पूर्व राजनीतिक बंदियों की गु चू सुम एसोसिएशन – ने "तिब्बत में तिब्बियों के मानवाधिकारों का हनन" के खिलाफ विरोध करते हुए भूख हड़ताल की.

ये भी पढ़ें- हजारों तिब्बतियों ने IOC मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया

कड़ाके की ठंड के बावजूद करीब इन संगठनों के 10 तिब्बती कार्यकर्ताओं ने मैकलाडगंज में भूख हड़ताल की जहां केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (CTA) का मुख्यालय है.

दुनिया भर में तिब्बती इन खेलों के खिलाफ विरोध कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022 का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं.

इससे पहले हजारों तिब्बतियों ने बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक के आयोजन से पहले गुरुवार को स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के मुख्यालय के बाहर मार्च करते हुए अपने क्षेत्र की स्वतंत्रता की मांग की.

इस दौरान यूरोप में रहने वाले तिब्बत के प्रवासियों ने चीन के सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी को संदेश देने का प्रयास करते हुए हाथ में बैनर लिए हुए थे जिनमें 'तिब्बत को बचाओ' और 'अब खून से सने और खेल नहीं' जैसे संदेश लिखे थे.

पुलिस एस्कोर्ट के पीछे प्रदर्शनकारी तिब्बत के झंडे लहरा रहे थे. इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं जैसी पोशाक पहने कुछ लोगों के अलावा चीन के अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिमों के लगभग एक दर्जन समर्थन भी मौजूद थे.

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