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जिला स्तर पर 1000 खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना करेगा खेल मंत्रालय

पूर्व चैंपियनों की देखरेख में जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने और खेल पारिस्थितिकी तंत्र में उनके लिए आय का एक निरंतर स्रोत सुनिश्चित करने के लिए खेल मंत्रालय ने देश भर में जिला स्तर पर 1000 खेलो इंडिया सेंटर (केआईसी) स्थापित करने का फैसला किया है.

Sports Minister Kiren Rijiju
Sports Minister Kiren Rijiju
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Published : Jun 19, 2020, 5:32 PM IST

नई दिल्ली : खेलो इंडिया सेंटर पूर्व चैंपियनों द्वारा संचालित किए जाएंगे या फिर ये पूर्व चैंपियन इनमें कोच होंगे. पिछले चैंपियन की पहचान करने के लिए एक शॉर्टलिस्टिंग मैकेनिज्म तैयार किया गया है जो या तो अपनी अकादमी स्थापित करने या फिर केआईसी में कोच के रूप में काम करने के योग्य होंगे.

Khelo India
खेलो इंडिया

सबसे पहले उन एथलीट के नामों पर विचार किया जाएगा जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. दूसरी ऐसे एथलीट होंगे जिन्होंने एनएसफ द्वारा आयोजित सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप या खेलो इंडिया गेम्स में पदक जीता होगा.

तीसरे वर्ग में ऐसे एथलीटों की पहचान की जाएगी, जिन्होंने आल इंडिया यूनिविर्सिटी गेम्स में पदक जीता हो और चौथे ऐसे एथलीट जिन्होंने राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया हो. जम्मू-कश्मीर, अंडमान निकोबार और लद्दाख के मामले में ढील दी गई है. इन जगहों के एनआईएस प्रमाणपत्र प्राप्त कोच भी आवेदन कर सकेंगे.

National Sports Federations
राष्ट्रीय खेल संघ

खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, "ये निर्णय उस दिशा में एक कदम है. हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जिन्होंने भी राष्ट्रीय स्तर पर खेला है, वे गरिमा की जिंदगी जिएं और और उनके जीवन में वित्तीय स्थिरता हो." उन्होंने कहा, ''जब हम भारत को खेल महाशक्ति बनाने का प्रयास कर रहे हैं तब ये सुनिश्चित करना जरूरी है कि खिलाड़ी के लिये खेल करियर का विकल्प बन जाए.''

Khelo India Centres
खेलो इंडिया सेंटर

केआईसी में 14 खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा जिनमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, मुक्केबाजी, बैडमिंटन, साइकिलिंग, तलवारबाजी, हॉकी, जूडो, रोइंग, निशानेबाजी, तैराकी, टेबल टेनिस, भारोत्तोलन और कुश्ती शामिल हैं.

नई दिल्ली : खेलो इंडिया सेंटर पूर्व चैंपियनों द्वारा संचालित किए जाएंगे या फिर ये पूर्व चैंपियन इनमें कोच होंगे. पिछले चैंपियन की पहचान करने के लिए एक शॉर्टलिस्टिंग मैकेनिज्म तैयार किया गया है जो या तो अपनी अकादमी स्थापित करने या फिर केआईसी में कोच के रूप में काम करने के योग्य होंगे.

Khelo India
खेलो इंडिया

सबसे पहले उन एथलीट के नामों पर विचार किया जाएगा जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. दूसरी ऐसे एथलीट होंगे जिन्होंने एनएसफ द्वारा आयोजित सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप या खेलो इंडिया गेम्स में पदक जीता होगा.

तीसरे वर्ग में ऐसे एथलीटों की पहचान की जाएगी, जिन्होंने आल इंडिया यूनिविर्सिटी गेम्स में पदक जीता हो और चौथे ऐसे एथलीट जिन्होंने राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया हो. जम्मू-कश्मीर, अंडमान निकोबार और लद्दाख के मामले में ढील दी गई है. इन जगहों के एनआईएस प्रमाणपत्र प्राप्त कोच भी आवेदन कर सकेंगे.

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राष्ट्रीय खेल संघ

खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, "ये निर्णय उस दिशा में एक कदम है. हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जिन्होंने भी राष्ट्रीय स्तर पर खेला है, वे गरिमा की जिंदगी जिएं और और उनके जीवन में वित्तीय स्थिरता हो." उन्होंने कहा, ''जब हम भारत को खेल महाशक्ति बनाने का प्रयास कर रहे हैं तब ये सुनिश्चित करना जरूरी है कि खिलाड़ी के लिये खेल करियर का विकल्प बन जाए.''

Khelo India Centres
खेलो इंडिया सेंटर

केआईसी में 14 खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा जिनमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, मुक्केबाजी, बैडमिंटन, साइकिलिंग, तलवारबाजी, हॉकी, जूडो, रोइंग, निशानेबाजी, तैराकी, टेबल टेनिस, भारोत्तोलन और कुश्ती शामिल हैं.

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