नई दिल्ली: खेल मंत्रालय ने राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड और अर्जुन अवॉर्ड 2020 सहित विभिन्न खेल पुरस्कारों के लिए खिलाड़ियों से आवेदन मांगे हैं.
खिलाड़ियों को इस बार अपना आवदेन केवल ईमेल के जरिए ही भेजना होगा. आवेदन भेजने की अंतिम तारीख तीन जून है.
कोरोनावायरस महामारी के कारण देश में जारी लॉकडाउन के चलते इस साल आवेदन प्रक्रिया में देरी हुई है और मंत्रालय ने इसी को ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों से इस बार केवल ईमेल के माध्यम से ही आवेदन भेजने को कहा गया है.
खेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "योग्य खिलाड़ियों को पुरस्कार के लिए अपना आवेदन केवल ईमेल से ही भेजना होगा. आवदेन प्राप्त करने की अंतिम समय सीमा तीन जून है. इसके बाद के आवदेनों पर विचार नहीं किया जाएगा और इसके लिए खेल मंत्रालय जिम्मेदार नहीं होगा."
मंत्रालय ने कहा, " लॉकडाउन के कारण आवदेन की हॉर्ड कॉपी भेजने की आवश्यकता नहीं है. आवेदन की अंतिम तिथि से पहले आवेदक और अनुशंसित प्राधिकारी की हस्ताक्षरित स्कैन की गई कॉपी भेजी जा सकती हैं. आवेदन फॉर्म के साथ न्यूजपेपर्स की कटिंग आदि भेजे जाने की आवश्यकता नहीं है."
इन पुरस्कारों के लिए खिलाड़ियों के पिछले चार साल के प्रदर्शन को आधार बनाया गया है. साथ ही खिलाड़ियों द्वारा जनवरी 2016 से लेकर दिसंबर 2019 तक उनकी उपलब्धियों को भी ध्यान रखा जाएगा.
खेल पुरस्कार, हर साल 29 अगस्त को भारत के राष्ट्रपति द्वारा खिलाड़ियों को प्रदान किया जाता है. 29 अगस्त का दिन हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.
राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार शामिल हैं जिन्हें हर साल राष्ट्रपति भवन में एक सादे समारोह में देश के राष्ट्रपति प्रदान करते हैं.
इससे पहले खेल मंत्रालय के अधिकारी ने बताया था कि अगले महीने आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे. मंत्रालय आमतौर पर अप्रैल में पुरस्कारों के लिए नामांकन मांगता है, लेकिन कोरोनावायरस के कारण इस साल इस प्रक्रिया में देरी हुई.