नई दिल्ली: भारतीय महिला पहलवान सोनम मलिक ने राष्ट्रीय कुश्ती कैम्प के स्थगित होने पर भगवान को धन्यवाद दिया है.
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने कोरोनावायरयस महामारी और विनेश फोगाट के इससे हटने के बाद लखनऊ में एक सितंबर से शुरू होने वाली कुश्ती कैम्प को स्थगित करने का फैसला किया.
कोविड-19 महामारी के कारण कई महिला पहलवानों में इसमें भाग नहीं लेने का फैसला किया था, जिसके बाद भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने डब्ल्यूएफआई के साथ विचार-विमर्श करके कुश्ती कैम्प को अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित करना ही सही समझा.
सोनम ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि कैम्प के स्थगित होने से वह काफी खुश हैं.
उन्होंने कहा, "मैं लखनऊ नहीं जाना चाहती. मैं सोनीपत में अपने घर के पास ही ट्रेनिंग करके खुश हूं. खुदा का शुक्र है कि यह स्थगित हो गया. मैं अपने कोच अजमेर मलिक सर के साथ ट्रेनिंग कर रही हूं. वह मुझे मेरे ही कमजोरियों को दूर करने में मेरी मदद कर रहे हैं. मेरी स्पीड में काफी सुधार हुआ है."
सोनम ने 62 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के लिए अब तक क्वालीफाई नहीं किया है. वह 2016 रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही हैं.
सोनम ने इस साल ही एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर्स ट्रायल्स में दूसरी बार साक्षी को हराया था. हालांकि डब्ल्यूएफआई ने बाद में कहा कि ओलंपिक क्वालीफायर्स से पहले एक ताजा ट्रायल्स होगा, जिसमें सोनम और साक्षी फिर से आमने सामने हो सकती है.
मौजूदा विश्व कैडेट चैम्पियन सोनम फिलहाल सोनीपत के नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्पोटर्स इंस्ट्यिूट में ट्रेनिंग कर रही हैं.
उन्होंने कहा, "मेरा ध्यान ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने पर है ना कि अन्य चीजों पर. ओलंपिक पदक विजेता को दो बार हराना एक शानदार अहसास है. मैं आगे आने वाली चीजों के बारे में ज्यादा नहीं सोचती हूं. टोक्यो ओलंपिक मेरा सपना है और मैं उसमें देश के लिए पदक जीतना चाहती हूं."