कोलकाता : घरेलू हिंसा के कारण विवादों में घिरने के बाद वापसी कर रहे पुरुष टेबल टेनिस खिलाड़ी सौम्यजीत घोष ने आईटीटीएफ चैंलेंज प्लस नाइजीरिया ओपन के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. ये मार्च-2018 के बाद से उनका पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट था और अब उनकी नजरें भारतीय टीम में वापसी करने पर हैं.
सेमीफाइनल में घोष वर्ल्ड नंबर-22 और स्थानीय खिलाड़ी अरुणा कादरी से 1-4 से हार गए थे. क्वार्टर फाइनल में उन्हें फ्रांस के एलेक्जेंडर रोबिनोट पर 4-0 से जीत मिली थी जबकि अंतिम-16 दौर में उन्हें वॉकओवर मिला था.
इस समय वे तिरुवनंतपुरम में हैं और यूटेटे नेशनल रैंकिंग (दक्षिण जोन) टूर्नामेंट में खेल रहे हैं.
घोष ने कहा, "मैं भाग्यशाली था कि मुझे वॉकओवर मिला. मैंने रोबिनोट के खिलाफ अच्छा खेला जो युवा हैं और बेहतरीन खिलाड़ी हैं. मैं अपने अजीज दोस्त से हार गया था, लेकिन मैं लागोस में जिस तरह से खेला उससे मैं खुश हूं."
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अपनी वापसी के विषय में घोष ने कहा, "ये आसान नहीं है. मैं तब देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शामिल था. मैं सर्वश्रेष्ठ लीगों में खेल रहा था. अब मुझे दोबारा से शुरू करना पड़ रहा है और अपने आप को साबित करना पड़ रहा है. मैंने अरुणा से बात की जिन्होंने मुझे नाइजीरिया ओपन में खेलने के लिए बुलाया था. मैं वहां काफी दबाव में गया था. मुझे अदालत से इजाजत लेनी पड़ी थी. उन्होंने 14 अगस्त तक मेरा पासपोर्ट जमा करने को कहा था."
उन्होंने कहा, "मेरे दिमाग में अभी तक वो हादसा है, लेकिन मैं सकारात्मक खिलाड़ी हूं. मुझे भारतीय टीम में अपनी जगह दोबारा चाहिए. अब अच्छी चीज ये है कि मैं अब सभी टूर्नामेंट्स में खेल सकता हूं."