रांची: झारखंड के जमशेदपुर में आयोजित होने वाली सैफ अंडर-18 महिला फुटबॉल चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है. इस टीम में झारखंड की छह महिला फुटबॉलर शामिल हैं. भारत के मुख्य कोच थॉमस डेनेरबी ने कहा, चुनी गई लड़कियों का भारतीय फुटबॉल में उज्जवल भविष्य है. भारत का मुकाबला 15 मार्च को नेपाल से, 19 मार्च को बांग्लादेश से, 21 मार्च को फिर नेपाल से और 25 मार्च को बांग्लादेश से होगा.
जमशेदपुर में अंडर-18 महिला फुटबॉल चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है. यह प्रतियोगिता 22 मार्च से 25 मार्च तक आयोजित होगी. भारतीय फुटबॉल महासंघ की ओर से 23 सदस्य टीम की घोषणा की गई है.
बता दें, इस टीम में झारखंड की छह महिला खिलाड़ी को शामिल किया गया है, जिसमें एस्टन उरांव, पूर्णिमा कुमारी, नीतू लिंडा, अनिता कुमारी, अमीषा बरला और सुनीता मुंडा को चुना गया है. इन खिलाड़ियों के चयन होने से झारखंड फुटबॉल संघ के पदाधिकारियों के अलावा खेल विभाग और खेल प्रेमियों ने शुभकामनाएं दी हैं.
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विभिन्न खेल एसोसिएशन ने भी भारतीय टीम में छह खिलाड़ियों के शामिल होने पर झारखंड फुटबॉल संघ को बधाई दी है. पिछले कुछ दिनों में हॉकी, क्रिकेट और आर्चरी के बाद झारखंड के खिलाड़ी फुटबॉल में भी बेहतर कर रहे हैं. खासकर महिला खिलाड़ियों का प्रदर्शन इन दिनों बेहतर हुआ है. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झारखंड के महिला खिलाड़ी बेहतर परफॉर्मेंस दिखा रही हैं.
अंडर-18 महिला फुटबॉल टीम के कई खिलाड़ियों में काफी क्षमता
भारतीय महिला फुटबॉल टीम के मुख्य कोच थॉमस डेनरबी ने शनिवार को सैफ अंडर-18 चैंपियनशिप से पहले कहा कि टीम में कई अच्छे खिलाड़ी हैं, जो आने वाले साल में अपनी क्षमता दिखा सकती हैं. उन्होंने कहा, हमारे पास टीम में बहुत अच्छी खिलाड़ी हैं और इन लड़कियों का भारत में महिला फुटबॉल के लिए वास्तव में उज्जवल भविष्य है. 62 वर्षीय कोच, जो वरिष्ठ भारतीय महिला टीम के कोच भी हैं, उनको लगता है कि कम उम्र से ही युवाओं में फुटबॉल की शिक्षा उनकी संभावनाओं को उज्जवल बनाती है.
डेनरबी ने कहा, उनके बारे में अच्छी बात यह है कि उन्हें बहुत कम उम्र से फुटबॉल के बारे में ठीक से शिक्षित किया गया है. अब इसे जारी रहने की है. उन्हें नियमित रूप से ठीक से प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है.
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कोच को लगता है कि सैफ जैसे टूर्नामेंट में खेलने से लड़कियों को प्रतिस्पर्धी दबाव में खेलने का अनुभव मिलेगा. कोच ने कहा, हालांकि यह अभी तक पूरी तरह से अंतिम विश्व कप टीम नहीं है, सैफ टूर्नामेंट यहां लड़कियों के लिए महत्वपूर्ण होगा. आमतौर पर, अगर मैत्री मैच खेल रहे हैं, तो हम परिणामों के बारे में ज्यादा परवाह नहीं करते हैं. हमारा प्रगति पर अधिक ध्यान केंद्रित है.