नई दिल्ली : अगले साल के खेलो इंडिया गेम्स के फर्जी विज्ञापन के जरिए खिलाड़ियों को चूना लगाए जाने के मामले में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने एफआईआर दर्ज कराके मामले की तुरंत जांच की मांग की है. खेलो इंडिया गेम्स अगले साल पंचकूला में होने हैं.
साई ने एक बयान में कहा, "भारतीय खेल प्राधिकरण को देश भर से जमीनी स्तर के खिलाड़ियों से अनेक शिकायतें मिली हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक विज्ञापन के जरिए पंचकूला में 2021 में होने वाले खेलो इंडिया गेम्स में भागीदारी के लिए आवेदन मंगवाए गए हैं."
इसमें कहा गया, "विज्ञापन में खिलाड़ियों को खेलो इंडिया शिविर में भाग लेने के लिए 6000 रूपये जमा कराने को कहा गया और उन्हें आश्वासन दिया गया कि ट्रायल के बाद वे खेलों में भाग ले सकेंगे."
साई ने कहा कि विज्ञापन में युवा कार्य और खेल मंत्रालय, साई और खेलो इंडिया के लोगो का भी इस्तेमाल किया गया जिससे खिलाड़ियों को लगा कि ये सरकारी विज्ञापन है. साई को दोषियों के बैंक खातों का पता चल गया है और मामले की जांच की मांग की गई है.
बयान में कहा गया, "यह व्यक्ति आगरा का निवासी है. साई ने उत्तर प्रदेश पुलिस के पास एफआईआर दर्ज कराई है."
साई ने कहा कि खेलो इंडिया सरकारी योजना है और इसमें भाग लेने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता है. इसके साथ ही इसके लिए कोई ट्रायल भी नहीं होता है. खिलाड़ी स्कूली खेलों और यूनिवर्सिटी खेलों में अपने प्रदर्शन के जरिए क्वॉलीफाई कर सकते हैं.