हैदराबाद: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को अब दो महीने होने को हैं. दोनों तरफ से आक्रामक रवैया अपनाया जा रहा है. इस युद्ध का अभी कोई अंत नहीं दिख रहा है. इस बीच रूस के रवैये पर दुनिया के अलग-अलग देश एक्शन ले रहे हैं. खेल के मैदान पर भी इसका असर दिख रहा है और अब टेनिस की दुनिया के सबसे बड़े टूर्नामेंट विंबलडन में रूसी खिलाड़ियों के खेलने पर रोक लग गई है. ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब द्वारा 20 अप्रैल को बयान में कहा, रूस और बेलारूस के सभी खिलाड़ियों को ब्रिटेन में होने वाले टेनिस टूर्नामेंट से बैन किया जाता है. ये फैसला रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण लिया जा रहा है.
बता दें कि पुरुषों में विश्व के नंबर दो टेनिस खिलाड़ी रूस के डेनिल मेदवेदेव, विश्व नंबर आठ आंद्रे रुबलेव और बेलारूस की विश्व नंबर चार आर्यन सबालेंका दुनिया के प्रतिष्ठित ग्रैंड स्लैम विंबलडन में नहीं खेल पाएंगे. रूस के यूक्रेन पर हमले के विरोध में विंबलडन के आयोजक ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब ने 27 जून से 10 जुलाई के बीच होने वाले इस ग्रैंड स्लैम से रूस और बेलारूस के टेनिस खिलाड़ियों को प्रतिबंधित कर दिया है. ब्रिटिश मीडिया का दावा है, आयोजक ने फैसला ले लिया है और वे इसकी घोषणा करने जा रहे हैं. मेदवेदेव तीन सप्ताह के लिए इस वर्ष नोवाक जोकोविच को रिप्लेस कर दुनिया के नंबर एक भी बने हैं.
यह भी पढ़ें: Photo Gallery: कौन हैं तेलुगु एक्ट्रेस प्रियंका, जिससे वेंकटेश अय्यर के अफेयर की चर्चा हो रही
दुनिया के शीर्ष 40 में आठ रूसी खिलाड़ी
इस कदम से सिर्फ मेदवेदेव और सबालेंका ही प्रभावित नहीं होंगे, बल्कि रूस की विश्व नंबर 15 एनेस्तासिया पाव्ल्यूशेंकोवा (महिला), जो युद्ध को बंद करने की भी मांग कर चुकी है, के अलावा विश्व नंबर 18 विक्टोरिया अजारेंका (महिला), विश्व नंबर आठ आंद्रे रुबलेव (पुरुष), नंबर 26 कारेन खाचानोव (पुरुष) भी नहीं खेल पाएंगे. इस वक्त रूस के शीर्ष 40 में आठ खिलाड़ी शामिल हैं. हालांकि, अगले महीने पेरिस में शुरू होने वाले फ्रेंच ओपन में रूसी और बेलारूसी खिलाड़ी खेलेंगे.
इससे पहले रूस को डेविस कप और बिली जीन किंग कप के अपने टीम खिताब की रक्षा करने से रोका जा चुका है. बेलारूस ने रूस के यूक्रेन के खिलाफ मिलेट्री आपरेशन को समर्थन दे रखा है. बिली जीन किंग कप में यूक्रेन की कप्तान ओल्गा सवाचुक ने बीते सप्ताह अमेरिका के खिलाफ खेलने के दौरान कहा था कि सभी रूसी खिलाड़ियों को टूर्नामेंटों में खेलने से रोका जाना चाहिए.
यह भी पढ़ें: IPL 2022: कोरोना के लपेटे में दिल्ली-राजस्थान का मैच, नए वेन्यू का एलान
यूक्रेन के पूर्व विश्व नंबर 13 अलेक्जेंडर डोलगोपोलोव ने दुनिया के सामने एक उदाहरण रखने वाला कदम उठाने के लिए विंबलडन का धन्यवाद किया है. उन्होंने कहा, उनका मानना है कि रूस को पूरी तरह से अलग-थलग कर देना चाहिए. महिला टेनिस एसोसिएशन (डब्लूटीए) और पुरुष टेनिस एसोसिएशन (एटीपी) ने मास्को में अक्तूबर में होने वाली कंबाइंड इवेंट को भी निलंबित कर दी थी.
अंतरराष्ट्रीय टेनिस फेडरेशन (आईटीएफ) भी रूस में अपनी इवेंट रद्द कर चुकी है. टेनिस के अलावा फुटबॉल, रग्बी, फार्मूला-1, साइकिलिंग, रोइंग टूर्नामेंटों में खेलने पर रूसी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लग चुका है. विश्व ताईक्वांडो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मानद ब्लैक बेल्ट छीन चुकी है.