पणजी: भारत के अनुभवी मुक्केबाज विजेंदर सिंह का अभी तक पेशेवर मुक्केबाजी में चला आ रहा अजेय अभियन गोवा में हुई "बैटल ऑफ शिप" के जरिए टूट गया.
विजेंदर का अपना 13वां पेशेवर मुक्केबाजी मुकाबला रूस के अर्तिश लोपसान से हुआ जो पांचवें दौर में 1 मिनट और 9 सैकेंड के बाद रेफरी द्वारा विजेंदर के खिलाफ घोषित हुआ.
6 फुट चार इंच लंबे 26 वर्षीय रूसी मुक्केबाज अर्तिश लोपसान के सामने विजेंदर का हमला बेअसर रहा. अर्तिश लोपसान ने शानदार खेल दिखाते हुए अपने विरोधी विजेंदर को थकाते हुए उनके स्टेमिना के अंत तक गए जिसके बाद जीत लोपसान का इंतजार कर रही थी. विजेंदर पहले राउंड के बाद से ही थके नजर आ रहे थे और उन्हें विरोधी मुक्केबाज के करारे मुक्कों का भी सामना करना पड़ा. इनका विजेंदर के पास कोई जवाब नहीं था.
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विजेंदर 2015 में पेशेवर सर्किट में उतरे थे और तब से लगातार 12 मुकाबले जीत चुके हैं. अपना सातवां बाउट खेल रहे रूसी मुक्केबाज ने ‘मैजेस्टिक प्राइड कैसिनो’ जहाज पर हुए इस मुकाबले में जीत दर्ज करके स्थानीय दर्शकों का दिल तोड़ दिया.
10 अक्टूबर 2015 को विजेंदर सिंह पहली बार प्रोफेशनल बॉक्सिंग रिंग में उतरे थे. तब से शुरू हुआ उनकी जीत का सिलसिला 2019 तक चलता रहा. कोरोना संकट की वजह से वो डेढ़ साल से वो रिंग में नहीं उतरे थे. ऐसे में उनकी वापसी निराशाजनक रही है.