नई दिल्ली : ओलंपिक कांस्य पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया कि वो तब तक आगामी नेशनल के लिए प्रतिबद्ध नहीं होंगी जब तक कि अन्य महिला पहलवान भी इसमें भाग लेने की पुष्टि नहीं कर देती.
साक्षी ने एक समाचार एजेंसी से कहा, " प्रतियोगिता न होने पर कैम्प में शामिल होने का क्या मतलब है मुझे पता चला कि कई लड़कियों ने कैम्प में शामिल होने से इनकार कर दिया है, इसलिए मैं वहां जाकर क्या करूंगी और किनके साथ ट्रेनिंग करूंगी?"
उन्होंने कहा, " नेशनल कैम्प को शुरू होने में अभी 10 दिन का समय बचा है, इसलिए मैं इंतजार करूंगी और देखूंगी कि कौन कौन आती है और कौन नहीं." इस बारे में जब भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्लयूएफआई) के सीनियर अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि किसी को भी बिना किसी ठोस वजह से कैम्प से हटने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
अधिकारी ने कहा, " महासंघ के प्रमुख (बृजभूषण श्ररण सिंह) ने पहलवानों के लिए काफी कुछ किया है. वो पहलवानों की समस्या को सुनते हैं. सभी से विचार विमर्श करने के बाद कैम्प को आयोजित करने का फैसला किया गया है, लेकिन अगर पहलवान इस तरह के व्यवहार करते हैं तो यह काम कैसे करेगा."
उन्होंने कहा, " हम केवल ठोस समस्या के कारण ही पहलवानों को इससे छूट दे सकते हैं." इससे पहले, टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल कर चुकी विनेश फोगाट ने एक सितंबर से लखनऊ में शुरू हो रही राष्ट्रीय कुश्ती कैम्प में भाग लेने से मना कर दिया था.
एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता महिला पहलवान विनेश ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा था कि उन्होंने महासंघ से अनुरोध किया है कि वे उन्हें अकेले ही ट्रेनिंग करने की अनुमति दे. आठ भार वर्गों में कुल 26 पुरुष पहलवान सोनीपत में कैम्प में भाग लेंगे. इनमें पांच फ्रीस्टाइल वर्ग (57, 65, 74, 86, 125 किग्रा) और तीन ग्रीको रोमन (60, 77, 87 किग्रा) शामिल हैं। साथ ही इनके साथ छह स्पोर्ट स्टाफ भी हैं. वहीं, महिला वर्ग में कुल 15 महिला पहलवान शिविर का हिस्सा होंगी. इनमें पांच (50, 53, 57, 62, 68 किग्रा) में और चार स्पोर्ट स्टाफ होंगे, जो कि लखनऊ में कैम्प में रिपोर्ट करेंगी.