नई दिल्ली: भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) ने गुरुवार को फैसला किया कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की जंग में योगदान देने के लिए उनके कर्मचारी अपना एक दिन का वेतन दान करेंगे.
पीसीआई ने बयान में कहा, ''संकट के इस समय में हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोंदी की अपील के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं. पीसीआई कार्यालय के सभी सदस्यों और कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देने का फैसला किया है.''
इसमें कहा गया है कि पीसीआई के मुख्य संरक्षक अविनाश राय खन्ना ने भी अपनी एक महीने की पेंशन दान की है. टोक्यो परालंपिक खेलों का आयोजन टोक्यो ओलंपिक के बाद 25 अगस्त से छह सितंबर के बीच होना था, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण उन्हें भी अगले साल तक स्थगित कर दिया गया है.
भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के टोक्यो ओलंपिक-2020 को स्थगित करने के फैसले का स्वागत किया. पीसीआई ने कहा है कि यह खिलाड़ियों के लिए बड़ी राहत की बात है.
पीसीआई के महासचिव गुरशरण सिंह ने कहा, पीसीआई अब इस समय लागू किए गए लॉकडाउन के बाद अपने अगले कदम की रणनीति बनाने की बेहतर स्थिति में होगी. एनपीसी भारत एनओसी भारत के साथ मिलकर आईओसी और टोक्यो ओलंपिक की आयोजन समिति के खेलों को एक साल के लिए टालने के फैसले का स्वागत करती है.
पीसीआई की अध्यक्ष दीपा मलिक ने पहले ही कहा था कि, खिलाड़ियों का स्वास्थ शीर्ष प्राथमिकता है. टोक्यो ओलंपिक/पैरालंपिक खेलों के स्थगित करने का फैसला मंगलवार को आयोजन समिति के कार्यकारी बोर्ड और जापान की सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति के पूर्ण समर्थन के साथ लिया है.
अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक कमिटी ने एक बयान में कहा, कोविड-19 के कारण पैरालंपिक खेलों को स्थगित करना सही कदम है. इंसान की सुरक्षा और स्वास्थ हमेशा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए और इस तरह की महामारी में इस तरह का खेल आयोजन कराना संभव नहीं है.