दुबई : विश्व पैरा पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में परमजीत सीनियर स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं. ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने के दो साल बाद, ताकत और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए पंजाब के 31 वर्षीय परमजीत ने 150 किलोग्राम, 155 किलोग्राम और 157 किलोग्राम का वजन सफलतापूर्वक उठाया और कुल 462 किलोग्राम वजन हासिल किया. इसी के दम पर कोलंबियाई प्रतिद्वंद्वी मोरालेस गोंजालेज को पछाड़कर गोल्ड जीत लिया. वहीं उनके कोलंबियाई प्रतिद्वंद्वी मोरालेस गोंजालेज को कुल 444 किलोग्राम वजन उठाने के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
परमजीत ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह पदक कई वर्षों की कड़ी मेहनत का परिणाम है. साथ ही बताया कि इसी की बदौलत कोलंबियाई प्रतिद्वंद्वी मोरालेस गोंजालेज को हराने में सफल हो सके हैं.
पीसीआई ने मनजीत के हवाले से कहा, "मैं गोल्ड पाकर बहुत खुश हूं. मेरे कंधे में हाल ही में चोट लगने के कारण मैं अधिक वजन नहीं उठा सका, लेकिन मैं अपने प्रयास से खुश हूं. यह एक बड़ी प्रेरणा है, क्योंकि हम हांगझोऊ एशियाई पैरा खेलों और पेरिस 2024 पैरालंपिक खेलों की ओर देख रहे हैं.''
बुधवार के प्रदर्शन के बाद परमजीत पेरिस 2024 क्वालिफिकेशन रैंकिंग में छठे स्थान पर हैं. जून 2024 तक रैंकिंग में शीर्ष आठ खिलाड़ी पेरिस में 2024 पैरालंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करेंगे.
विश्व चैंपियनशिप में 80 देशों के 500 से अधिक पावरलिफ्टर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जो तीसरी बार अमीरात शहर दुबई में आयोजित किया जा रहा है.
-- आईएएनएस इनपुट के साथ