मुंबई: भारत की टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा और शरत कमल पर टोक्यो ओलंपिक में मिक्सड युगल में पदक लाने की जिम्मेदारी होगी.
भारत ने साल 1988 से हर ओलंपिक में टेबल टेनिस से दो खिलाड़ियों को उतारता आया है. लेकिन इस खेल में चीन का दबदबा रहा है और अन्य देशों के खिलाड़ियों के लिए पदक जीतने की उम्मीद कम रहती है. चीन ने ओलंपिक में 32 में से 28 स्वर्ण पदक जीते हैं.
अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ (आईटीटीएफ) ने बाद में इसके प्रारूप और नियमों में बदलाव किया और प्रत्येक देश से हर इवेंट में अधिकतम दो क्वालीफाइंग स्पॉट रखा.
साल 2008 बीजिंग ओलंपिक खेलों के बाद से पुरुष और महिला युगल को पुरुषों और महिलाओं की टीम प्रतियोगिताओं से बदल दिया गया है.
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टोक्यो में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में एकल और टीम स्पर्धाओं में प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जबकि मिक्सड युगल इवेंट भी होगा.
भारतीय टीम के एशियन क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के फाइनल राउंड में हारने के बाद चार भारतीय खिलाड़ियों ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था.
टोक्यो में भारत की ओर से शरत और जी सात्यिान पुरुष एकल जबकि मनिका और सुतीर्था मुखर्जी महिला एकल वर्ग में भाग लेंगी. शरत और मनिका ने मिक्सड युगल इवेंट के लिए क्वालीफाई किया है और ये पदक के दावेदार हैं.
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39 साल के शरत चौथे ओलंपिक में हिस्सा लेंगे, जबकि मनिका का यह दूसरा ओलंपिक होगा. शरत ने पहली बार साल 2004 एथेंस ओलंपिक में हिस्सा लिया था.
भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने हाल के दिनों में राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में बेहतर प्रदर्शन किया था.
मनिका ने साल 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में महिला एकल वर्ग में स्वर्ण जीता था. जबकि मनिका तथा शरत ने जर्काता एशिया खेलों में मिक्सड युगल इवेंट में कांस्य पदक जीता था. भारत को मिक्सड युगल में पदक जीतने की उम्मीद है.