नई दिल्ली : एसीजी-एनबीए जंप भारत का पहला राष्ट्रीय स्तर का बास्केटबॉल टैलेंट सर्च प्रोग्राम है और इसका नेशनल फाइनल एक मई को आयोजित हुआ. 2019 एसीजी-एनबीए जंप नेशनल फाइनल्स के साथ ही प्रतिभाओं के चयन का सिलसिला समाप्त हुआ. इन खिलाड़ियों को जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की चैम्पियनशिप के आधार पर हुई चयन प्रक्रिया के बाद नेशनल फाइनल्स के लिए बुलाया गया था.
इस टैलेंट हंट प्रोग्राम के लिए टीवी, प्रिंट और सोशल मीडिया के जरिए अपनी वीडियो इंट्री भेजने को कहा गया था. इन खिलाड़ियों को अपने वीडियो में अपना बास्केटबॉल स्किल, एथलेटिक एबिलिटी और एटीट्यूड दिखाना था.
राष्ट्रीय स्तर पर हुए स्काउटिंग प्रोग्राम के बाद शीर्ष 50 खिलाड़ियों को एसीजी-एनबीए जंप नेशनल फाइनल्स के लिए चुना गया. एसीजी चार साल के एनबीए का आधिकारिक पार्टनर है और भारत में बास्केटबॉल के विकास में लगातार अपना योगदान दे रहा है.
एनबीए चैम्पियन और साक्रामेंटो किंग्स के खिलाड़ी हैरिसन बार्नेस दो दिवसीय कैंप के दौरान भारत में मौजूद रहे और उन्होंने सभी फाइनलिस्ट्स को अपनी बास्केटबॉल कला का परिचय दिया. बर्न्स ने द एनबीए अकादमी इंडिया के लिए नई प्रतिभाओं के चयन में भी भागीदारी निभाई.
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इस प्रोग्राम के तहत चुने गए खिलाड़ी कुशल सिंह (उत्तर प्रदेश), जनंजय सिंह (चंडीगढ़), अरविंदर सिंह (पंजाब), जीतेंद्र कुमार शर्मा (राजस्थान), हानोस सिंह संधू (पंजाब) और विक्रांत घानघास (हरियाणा) हैं.
इस अवसर पर एसीजी के प्रबंध निदेशक करण सिंह ने कहा,''ये देखकर अच्छा लग रहा है कि किस तरह एथलीट अच्छे खिलाड़ियों के रूप में तब्दील हुए हैं और इन्हें खेलने और प्रतिनिधित्व करने के बड़े मौके मिल रहे हैं. इस साल की सबसे खास बात ये है कि प्रतिभाओं का स्तर लगातार सुधरता हुआ दिखाई दे रहा है और अब इस खेल में उन शहरों और राज्यों के खिलाड़ी भी शिरकत करने लगे हैं, जहां से कभी कोई प्रतिनिधित्व नहीं होता था."