अयोध्या : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन नगरी में शनिवार से राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता की शुरुआत हुई. इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने किया. 25 से 29 नवंबर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में देशभर के 1200 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. प्रतियोगिता को लेकर खिलाड़ियों में भी खासा उत्साह है.
मंत्री बोले- खिलाड़ी कर रहे बेहतरीन प्रदर्शन : केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि ये प्रतियोगिता इंडियन राउंड, कंपाउंड व रिकर्व तीन तरह की होगी. प्रधानमंत्री ने खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाया है. इसी का नतीजा है कि हमारे खिलाड़ी लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं. देश का नाम रोशन कर रहे हैं. तीरंदाजी एक ऐसा खेल है जिसके माध्यम से हम पौराणिक संस्कृति से जुड़ते हैं, सुसंस्कृत भी होते हैं. पूर्वज जिस धनुष-बाण से युद्ध किया करते थे, उसका स्मरण भी करते हैं. यह खेल काफी रोमांचक होता है.
संस्कृति को मजबूती देती है तीरंदाजी : केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह खेल अपनी संस्कृति को मजबूती देता है. आने वाले समय में ओलंपिक के लिए फर्स्ट स्टेज के लिए हम क्वालीफाई करेंगे. तुर्की में होने वाले प्रतिस्पर्धा में ओलंपिक के लिए हम सलेक्ट होंगे. हमारे खिलाड़ी प्रतिभागी बनेंगे, यही नहीं तीरंदाजी की महिला खिलाड़ी भी उत्साहित हैं. महिला खिलाड़ियों प्रीति तेवतिया और वर्षा सोना ने बताया कि रामनगरी में पहली तीरंदाजी प्रतियोगिता हो रही है. भगवान राम भी धनुर्धर थे. आज उन्हीं की जन्मभूमि पर ये प्रतियोगिता हो रही है. हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हम रामनगरी अयोध्या में आए हैं.
प्रतियोगिता के भूमि पूजन और उद्घाटन के दौरान प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, तीरंदाजी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अवनीश अवस्थी, सेक्रेटरी अजय गुप्ता, सांसद लल्लू सिंह, विधायक रामचंद्र यादव, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, ओलंपियन आईएएस सुहास एलवाई, कमिश्नर गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम नीतीश कुमार, एसएसपी राज करण नैय्यर के साथ अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.
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