नई दिल्ली : छह बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक पदक विजेता एमसी मैरी कॉम ने बुधवार को ऑनलाइन क्लास के दौरान 25 हजार छात्रों के साथ अपने जीवन की कहानी साझा करते हुए कहा कि मुक्केबाजी सिर्फ पुरुषों का खेल नहीं है.
राज्य सभा की सदस्य मैरी कॉम ने एक कार्यक्रम के हिस्से के तहत लाइव सत्र का संचालन किया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये सत्र 60 मिनट चला जिसमें मैरी कॉम ने अपनी यात्रा, इस दौरान आई अड़चनों और उन्होंने सफलता हासिल करने के लिए अड़चनों को कैसे पार किया इस बारे में बात की.
लंदन ओलंपिक 2012 की कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम ने सत्र में हिस्सा ले रही लड़कियों को विशेष संदेश देते हुए कहा, "मुक्केबाजी सिर्फ पुरुषों का खेल नहीं है." उन्होंने छात्रों के सवालों के जवाब दिए.
मैरी कॉम ने छात्रों से कहा, "जीवन में कई बाधाएं आती हैं लेकिन लोगों को कड़ी मेहनत जारी रखनी चाहिए और अपने लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध होना चाहिए. कभी हार नहीं माननी चाहिए और कैसे भी हालात हों , अपने जुनून को आगे बढ़ाना चाहिए."
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उन्होंने कहा, "अपने ऊपर भरोसा रखो, अगर कोई कर सकता है तो आप भी ऐसा कर सकते हो. ऐसा कुछ नहीं है जो आसानी से मिलता है, आपको सभी बाधाओं को पार करके आगे बढ़ते रहना चाहिए. एकाग्रता, अनुशासन, प्रतिबद्धता और इच्छाशक्ति सफलता हासिल करने के लिए अहम हैं."