नई दिल्ली: कोरोना वायरस के डर ने भारतीय मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम में प्रतिस्पर्धा की तीव्र इच्छा जगा दी है और वह अब पिछले एक साल में अपने पहले टूर्नामेंट में खेलने के लिए तैयार हैं.
इस 37 वर्षीय खिलाड़ी ने 2020 में अधिकतर समय घर में ही अभ्यास किया और डेंगू से उबरने के बाद पिछले महीने ही उन्होंने 15 दिन के लिये बेंगलुरू में शिविर में हिस्सा लिया था.
वह पिछले साल जोर्डन में एशियाई क्वालीफायर्स के जरिए टोक्यो ओलंपिक में जगह बनाने के बाद अब वह स्पेन में बोक्साम अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के जरिये पहली बार रिंग में उतरेगी. यह टूर्नामेंट अगले सप्ताह शुरू होगा.
एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए मैरी कॉम ने कहा, ''मैं यात्रा करने से डर रही थी और मैं बेहद सतर्क और चिंतित थी लेकिन आप कब तक डरकर जी सकते हो. किसी न किसी मोड़ पर तो इसे रोकना होगा.'' उन्होंने कहा, ''किसी को भी वायरस से बचने के लिए समझदार होना चाहिए और मैं अपनी तरफ से यही प्रयास कर रही हूं. मास्क पहन रही हूं और हमेशा की तरह स्वच्छता बनाए रखने पर ध्यान दे रही हूं, लेकिन इससे डरते रहना जैसे कि मैं लंबे समय तक डरती रही, शायद ऐसा नहीं होना चाहिए.''
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महामारी के कारण मैरी कॉम इससे पहले अभ्यास के लिए विदेशी दौरों पर जाने से बचती रही लेकिन अब वह ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुके आठ अन्य मुक्केबाजों के साथ एक से सात मार्च तक कैस्टीलोन में होने वाले टूर्नामेंट में भाग लेगी. भारतीय टीम के इस सप्ताहांत रवाना होने की संभावना है.