बैंकॉक : कविंदर सिंह बिष्ट (56 किग्रा) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन अन्य भारतीय मुक्केबाजों के साथ गुरुवार को एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया. इस जीत के साथ ही इन मुक्केबाजों ने भारत के लिए चार और मेडल पक्के कर लिए है.
बिष्ट के साथ दीपक सिंह (49 किग्रा) और आशीष कुमार (75 किग्रा) पुरुष फाइनल में शामिल हो गए, जबकि पूजा रानी (75 किग्रा) ने महिलाओं के ड्रॉ में से जगह बनाई. वहीं अनुभवी एल सरिता देवी (60 किग्रा) और पिछले चरण की रजत पदकधारी मनीषा (54 किग्रा) को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.
दीपक को मिला वॉकओवर
दीपक को लगातार दूसरा वॉकओवर मिला. कजाकिस्तान के तेमिरतास झुसुपोव ने चोट के कारण टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया, जिससे राष्ट्रीय चैंपियन सीधे फाइनल में पहुंच गए. कविंदर बिष्ट ने क्वॉर्टर फाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन कजाकिस्तान के काईरात येरालिएव को पराजित किया था. इसके बाद उन्होंने मंगोलिया के एंख-अमर खाखु को अपने पंच से पस्त किया, जिनकी आंख में दूसरे दौर में चोट लग गई.
चोटिल कविंदर की शानदार जीत
हालांकि मंगोलियाई मुक्केबाज ने भी कविंदर बिष्ट की आंख चोटिल कर दी थी मगर ये भारतीय मुक्केबाज मुकाबला जीतने में सफल रहे. आशीष ने ईरान के सैयेदशाहिन मौसावी को अपने तेज तर्रार मुक्कों से वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया और फाइनल में प्रवेश किया.
इसके अलावा महिलाओं में मनीषा को ताईवान की हुआंग सियाओ वेन से हार का सामना करना पड़ा, जबकि सरिता (60 किग्रा) को चीन की यांग वेनलू ने मात दी. वहीं पूजा (75 किग्रा) ने कजाकिस्तान की फरीजा शोलटे पर जीत हासिल की.