कोलकाता: वर्ल्ड कबड्डी फेडरेशन ने कहा है कि विश्व कप में हिस्सा लेने के लिए भारत की जो टीम पाकिस्तान गई है वह 'भारत' शब्द का इस्तेमाल करने के लिए अधिकृत नहीं है.
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भी कहा है कि कबड्डी विश्व कप में हिस्सा लेने के लिए जो लोग पाकिस्तान पहुंचे है, वह वे अपने बैनर तले 'भारत' शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकते है.
वर्ल्ड कबड्डी फेडरेशन (आईएफ) के अध्यक्ष और सीईओ एल. डोरजी लामा ने एक न्यूज एजेंसी से कहा, "इस मामले में आईओए का बयान सही है. भारत की जो टीम लाहौर में है वह आधिकारिक नहीं है. जब तक खेल मंत्रालय उसे अपनी सहमति नहीं दे देता है तब तक कोई भी टीम 'भारत' शब्द का इस्तेमाल करने के लिए अधिकृत नहीं है."
आईओए के अध्यक्ष ने कही ये बात
इससे पहले, आईओए के अध्यक्ष ने न्यूज एजेंसी से कहा था कि जो लोग शनिवार को लाहौर पहुंचे हैं, वे देश के अधिकारी नहीं हैं और इसलिए वे अपने बैनर तले 'भारत' शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकते है क्योंकि वे एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया (एकेएफआई) द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है.
बत्रा ने कहा, "आईओए ने उन्हें अपनी मंजूरी नहीं दी है और ना ही महासंघ ने उन्हें मंजूरी दी है। इसलिए मुझे नहीं पता कि कौन गए हैं। पता नहीं 60 गए हैं या 100. मुझे कुछ नहीं पता. कबड्डी फेडरेशन, जोकि आईओए का सदस्य है, उसने हमसे पुष्टि की है कि उन्होंने किसी को नहीं भेजा है. मैंने खेल मंत्रालय का बयान पढ़ा है जिसमें भी पुष्टि की गई है कि उन्होंने किसी को इसकी मंजूरी नहीं दी है. इसलिए मुझे नहीं पता कि वे कौन है और क्या कहानी है."
भारतीय टीम वाघा सीमा के रास्ते लाहौर पहुंची. पाकिस्तान में पहली बार कबड्डी विश्व कप का आयोजन हो रहा है. इसमें भारत समेत दस देशों की टीमें हिस्सा ले रही हैं.
बत्रा ने कहा, "जब तक हमारे सदस्य इकाई इसे मंजूरी नहीं देते तब तक वे 'भारत' शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकते. इसके लिए आपको आईओए और सरकार से अनुमति लेनी होगी, तभी आप उस शब्द का इस्तेमाल कर सकते हैं. भारतीय पासपोर्ट वाले कुछ लोग भारत के रूप में वहां जाते हैं और खेलते हैं। लेकिन मैं पाकिस्तान के बारे में कुछ नहीं कह सकता, यह मेरे अधिकार से बाहर है."
विदेश में होने वाले टूर्नामेंटों में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय महासंघों को खेल मंत्रालय से इजाजत लेने की जरूरत होती है. खेल मंत्रालय फिर इसके लिए गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से अनुमति मांगता है.
इस बीच, एकेएफआई के प्रशासक जस्टिस (रिटायर्ड हर्ट) एसपी गर्ग ने कहा है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि कोई टीम पाकिस्तान गई है.
उन्होंने एक बयान में कहा, "किसी भी टीम ने पाकिस्तान जाने और वहां कबड्डी मैच खेलने के लिए एकेएफआई से अनुमति नहीं ली है. एकेएफआई ऐसे कामों के लिए समर्थन नहीं करता है. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है."
इस बीच, पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने कहा है कि पाकिस्तान दौरे पर जाने वाली टीम का पंजाब सरकार से कोई लेना देना नहीं है.
उन्होंने कहा कि वह खुद चाहते हैं कि इस मामले की पूरी जांच हो क्योंकि अगर पंजाब कबड्डी संघ कह रहा रहा है कि उसने पाकिस्तान कबड्डी महासंघ के बुलावे पर अपनी टीम पाकिस्तान भेजी है तो फिर उसे इसकी इजाजत कैसे मिली और खिलाड़ियों तथा अधिकारियों को वीजा कहां से मिला.