कोझिकोड: भुवनेश्वर में ट्रेनिंग करने वाली ज्योति ने महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में दबदबा बनाया और हवा की मदद से 13.08 सेकेंड का समय निकाला, जो मौजूदा राष्ट्रीय रिकॉर्ड 13.38 से तेज था और 2002 से अनुराधा बिस्वाल के नाम है. लेकिन हवा की गति 2.1 मीटर प्रति सेकेंड थी जो मान्य सीमा दो मीटर प्रति सेकेंड से जरा सी ज्यादा थी.
यह दूसरी बार है, जब ज्योति ने बिस्वाल के 20 साल के राष्ट्रीय रिकॉर्ड से बेहतर समय निकाला हो. जनवरी 2020 में अंतर विश्वविद्यालय चैम्पियनशिप में उन्होंने 13.03 सेकेंड के समय निकाला था. लेकिन भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने इस राष्ट्रीय रिकॉर्ड में जगह नहीं दी थी. क्योंकि उनका डोपिंग के लिए परीक्षण नहीं हुआ था. तमिलनाडु के जेसविन एल्ड्रिन का रविवार को प्रदर्शन हवा की मान्य गति अधिक होने के कारण राष्ट्रीय रिकॉर्ड में शामिल नहीं हो पाया था.
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महिलाओं की लंबी कूद में नयना जेम्स ने दो बार 6.41 मीटर के प्रयास से शीर्ष स्थान हासल किया. टोक्यो ओलंपिक के बाद पहली बार प्रतिस्पर्धा में उतरी भाला फेंक एथलीट अनु रानी (उत्तर प्रदेश) ने दो बार 60 मीटर की दूरी भाला फेंककर राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों दोनों के क्वॉलीफाइंग मानक पार किए जो एएफआई ने तय किए हैं.
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पंजाब के तेजिंदरपाल सिंह तूर ने 19.12 मीटर की दूरी निकालकर पुरुष गोला फेंक स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता. महाराष्ट्र के सर्वेश अनिल कुशारे ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में 2.25 मीटर की कूद से पहला स्थान हासिल किया और एएफआई के एशियाई खेलों के क्वॉलीफिकेशन मानक की बराबरी की. महाराष्ट्र की एक अन्य खिलाड़ी कोमल चंद्रकात जगदाले ने महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में 9:47.86 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय से एशियाई खेलों का क्वॉलीफाइंग मानक हासिल किया.