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Hockey World Cup : भारतीय हॉकी का गोल्डन इतिहास, जिसने हिटलर तक को चौंकाया - Adolf Hitler

भारतीय हॉकी टीम (Indian Hockey Team) ने ओलंपिक खेलों में 12 मेडल जीते हैं, जिनमें आठ गोल्ड मेडल हैं. साल 1928 से लेकर 1956 तक भारतीय हॉकी टीम ने लगातार गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रचा है.

भारतीय हॉकी का गोल्डन इतिहास, ओलंपिक खेलों में 12 मेडल जीते
भारतीय हॉकी का गोल्डन इतिहास
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Published : Jan 8, 2023, 12:01 PM IST

Updated : Jan 8, 2023, 12:34 PM IST

नई दिल्ली : 15वां हॉकी विश्व कप (Hockey World Cup) भारत में आयोजित किया जा रहा है. 13 जनवरी से शुरु हो रहे हॉकी के इस महासंग्राम में भारत चैंपियन बनने का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है. विश्व कप में भारत दो बार फाइनल में पहुंचा लेकिन चैंपियन बनने का सपना 1975 में साकार हुआ. 1973 में हुए विश्व कप में नीदरलैंड्स ने भारत को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हार गया था और सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था.

ओलंपिक में भारत का रिकार्ड
भारत ने एम्सटर्डम ओलंपिक 1928 में पहली बार भाग लिया और जीत के साथ आगाज किया. भारतीय टीम 1928 से 1956 तक ओलंपिक चैंपियन रही और लगातार छह बार गोल्ड मेडल (India Medal In Hockey) जीते.

हिटलर के सामने जर्मनी को हराया
1936 में जर्मनी में हुए ओलंपिक का फाइनल मैच देखने के लिए एडोल्फ हिटलर (Adolf Hitler) भी पहुंचे थे जिसमें भारत ने जर्मनी को 8-1 से हराकर सबको चौंका दिया था. इस मैच को देखने के बाद हिटलर भारतीय टीम से बेहद प्रभावित हुए थे.

1936 में जर्मनी में हुए ओलंपिक खेल
एडोल्फ हिटलर के सामने भारत ने जर्मनी को 8-1 से हराया.

रोम ओलंपिक में जीता सिल्वर मेडल
1960 में रोम में हुए ओलंपिक खेलों में भारत सिल्वर मेडल जीतकर दूसरे स्थान पर रहा. फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को 0-1 से हराया था. इस हार से भारत सातवीं बार गोल्ड मेडल जीतने से चूक गया. टोक्यो ओलंपिक 1964 में भारतीय टीम ने पाकिस्तान से 1960 रोम ओलंपिक की हार का बदला लिया और 1-0 से हराकर सातवीं बार गोल्ड जीता.

तीन बार ब्रॉन्ज मेडल जीते
भारत ने 1968 मेक्सिको और 1972 म्यूनिख ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीते. लेकिन 1980 मोस्को ओलंपिक में भारतीय टीम ने फिर इतिहास दोहराया और 16 साल बाद गोल्ड मेडल जीता. इन ओलंपिक खेलों में सुरेंद्र सिंह सोढ़ी ने 15 गोल दागे थे जो एक ओलंपिक में किस भारतीय द्वारा सबसे ज्यादा गोल हैं. 1980 के बाद भारत की ओलंपिक में चमक फीकी होती गई. 41 साल बाद भारत ने 2021 टोक्यो ओलंपिक में मनप्रीत सिंह की कप्तानी में इतिहास रचा और ब्रॉन्ज मेडल जीता.

शानदार प्रदर्शन के बाद भी नहीं मिला राष्ट्रीय खेल का दर्जा
हॉकी में भारत के शानदार प्रदर्शन के बावजूद भी इसे राष्ट्रीय खेल का दर्जा नहीं मिला है. भारत में हॉकी को राष्ट्रीय खेल का दर्जा देने की (National Game of India) मांग उठती रही है लेकिन इस मुद्दे पर कभी भी सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई है. ब्रिटेन का राष्ट्रीय खेल क्रिकेट है, अमेरिका का राष्ट्रीय खेल बेसबॉल है, ब्राजील और फ्रांस का राष्‍ट्रीय खेल फुटबॉल है.

इसे भी पढ़ें- Hockey World Cup : जर्मनी दो बार बना चैंपियन, वेल्स का पहला विश्व कप

आरटीआई में मिली जानकारी
भारत को कोई राष्ट्रीय खेल कोई न होने के कारण लोग अक्सर इस सवाल को लेकर कन्फ्यूज होते रहते हैं. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के एक लॉ स्टूडेंट द्वारा डाली गई आरटीआई (RTI) में खेल मंत्रालय से पूछा गया था कि 'भारत सरकार ने किस खेल को राष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता दी है? इस के जवाब में मंत्रालय ने बताया कि भारत ने किसी भी खेल को राष्ट्रीय खेल की मान्यता नहीं दी है.

नई दिल्ली : 15वां हॉकी विश्व कप (Hockey World Cup) भारत में आयोजित किया जा रहा है. 13 जनवरी से शुरु हो रहे हॉकी के इस महासंग्राम में भारत चैंपियन बनने का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है. विश्व कप में भारत दो बार फाइनल में पहुंचा लेकिन चैंपियन बनने का सपना 1975 में साकार हुआ. 1973 में हुए विश्व कप में नीदरलैंड्स ने भारत को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हार गया था और सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था.

ओलंपिक में भारत का रिकार्ड
भारत ने एम्सटर्डम ओलंपिक 1928 में पहली बार भाग लिया और जीत के साथ आगाज किया. भारतीय टीम 1928 से 1956 तक ओलंपिक चैंपियन रही और लगातार छह बार गोल्ड मेडल (India Medal In Hockey) जीते.

हिटलर के सामने जर्मनी को हराया
1936 में जर्मनी में हुए ओलंपिक का फाइनल मैच देखने के लिए एडोल्फ हिटलर (Adolf Hitler) भी पहुंचे थे जिसमें भारत ने जर्मनी को 8-1 से हराकर सबको चौंका दिया था. इस मैच को देखने के बाद हिटलर भारतीय टीम से बेहद प्रभावित हुए थे.

1936 में जर्मनी में हुए ओलंपिक खेल
एडोल्फ हिटलर के सामने भारत ने जर्मनी को 8-1 से हराया.

रोम ओलंपिक में जीता सिल्वर मेडल
1960 में रोम में हुए ओलंपिक खेलों में भारत सिल्वर मेडल जीतकर दूसरे स्थान पर रहा. फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को 0-1 से हराया था. इस हार से भारत सातवीं बार गोल्ड मेडल जीतने से चूक गया. टोक्यो ओलंपिक 1964 में भारतीय टीम ने पाकिस्तान से 1960 रोम ओलंपिक की हार का बदला लिया और 1-0 से हराकर सातवीं बार गोल्ड जीता.

तीन बार ब्रॉन्ज मेडल जीते
भारत ने 1968 मेक्सिको और 1972 म्यूनिख ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीते. लेकिन 1980 मोस्को ओलंपिक में भारतीय टीम ने फिर इतिहास दोहराया और 16 साल बाद गोल्ड मेडल जीता. इन ओलंपिक खेलों में सुरेंद्र सिंह सोढ़ी ने 15 गोल दागे थे जो एक ओलंपिक में किस भारतीय द्वारा सबसे ज्यादा गोल हैं. 1980 के बाद भारत की ओलंपिक में चमक फीकी होती गई. 41 साल बाद भारत ने 2021 टोक्यो ओलंपिक में मनप्रीत सिंह की कप्तानी में इतिहास रचा और ब्रॉन्ज मेडल जीता.

शानदार प्रदर्शन के बाद भी नहीं मिला राष्ट्रीय खेल का दर्जा
हॉकी में भारत के शानदार प्रदर्शन के बावजूद भी इसे राष्ट्रीय खेल का दर्जा नहीं मिला है. भारत में हॉकी को राष्ट्रीय खेल का दर्जा देने की (National Game of India) मांग उठती रही है लेकिन इस मुद्दे पर कभी भी सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई है. ब्रिटेन का राष्ट्रीय खेल क्रिकेट है, अमेरिका का राष्ट्रीय खेल बेसबॉल है, ब्राजील और फ्रांस का राष्‍ट्रीय खेल फुटबॉल है.

इसे भी पढ़ें- Hockey World Cup : जर्मनी दो बार बना चैंपियन, वेल्स का पहला विश्व कप

आरटीआई में मिली जानकारी
भारत को कोई राष्ट्रीय खेल कोई न होने के कारण लोग अक्सर इस सवाल को लेकर कन्फ्यूज होते रहते हैं. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के एक लॉ स्टूडेंट द्वारा डाली गई आरटीआई (RTI) में खेल मंत्रालय से पूछा गया था कि 'भारत सरकार ने किस खेल को राष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता दी है? इस के जवाब में मंत्रालय ने बताया कि भारत ने किसी भी खेल को राष्ट्रीय खेल की मान्यता नहीं दी है.

Last Updated : Jan 8, 2023, 12:34 PM IST
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