नई दिल्ली: मनीष कौशिक ने चार बार के एशियाई चैंपियनशिप पदक विजेता शिवा थापा को हराते हुए 7 से 21 सितम्बर तक रूस के शहर एकातेरिनबर्ग में होने वाले एआईबीए पुरुष विश्व चैंपियनशिप के लिए आठ सदस्यीय भारतीय दल में स्थान बना लिया है. इस दल का नेतृत्व एशियाई खेल चैंपियन अमित पंघल कर रहे हैं.
पंघल (52 किग्रा) को एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के कारण इस टीम में सीधा प्रवेश मिला है जबकि कौशिक (63 किग्रा), कविंदर सिंह बिष्ट (57 किग्रा), दुर्योधन सिंह नेगी (69 किग्रा), आशीष कुमार (75 किग्रा), ब्रजेश यादव (81 किग्रा), संजीत (91 किग्रा) और सतीष कुमार (91 प्लस किग्रा) को पटियाला स्थित राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआईएस) में बीते सप्ताह आयोजित ट्रायल्स के माध्यम से टीम में शामिल किया गया है.
हर कटेगरी के लिए सिर्फ टॉप-2 मुक्केबाज हाल के अपने प्रदर्शन के आधार पर ट्रायल्स के लिए योग्य थे. कौशिक ने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य जीत चुके थापा को 63 किग्रा वर्ग के ट्रायल्स में विभाजित फैसले के आधार पर हराया. ट्रायल्स का ये सबसे चर्चित परिणाम रहा.
थापा ने 2018 इंडिया ओपन में मिली हार का हिसाब कौशिक से इस साल गुवाहाटी में आयोजित इंडिया ओपन के माध्यम से चुकाया था और सोना जीता था लेकिन विश्व चैंपियनशिप के लिए आयोजित ट्रायल्स में वो एक बार फिर कौशिक के आगे दोयम साबित हुए.
2018 एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाले कौशिक ने कहा,"ये मेरे लिए आत्मबल बढ़ाने वाली जीत है. इंडिया ओपन फाइनल में शिवा के हाथों मिली हार के बाद ये बड़ी सफलता है. मैं अपने स्टांस और फुटवर्क पर काफी काम कर रहा था और मुझे खुशी है कि मेरी मेहनत रंग लाई है. मैं विश्व चैंपियनशिप में अपना श्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित करूंगा."
एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने के कारण अमित पंघल को सीधा प्रवेश मिला. मनीष कौशिक ने ट्रायल में शिवा थापा को हराया.
57 किलोग्राम भारवर्ग में एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले कविंदर सिंह बिष्ट ने जीबी टूर्नामेंट में रजत पदक जीतने वाले मोहम्मद हसामुद्दीन को विभाजित फैसले से मात दे अपनी जगह पक्की की. विश्व चैंपियनशिप-2017 में पदार्पण करने वाले कविंदर सिंह उस समय दो बार के विश्व विजेता मोहम्मद फिल्सी को मात दे सुर्खियां बटोरी थीं.
कविंदर ने कहा,"मैं पिछली बार पदक जीतने से चूक गया था. इस बार में सुधार करूंगा और स्वर्ण पदक जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा."
75 किलोग्राम भारवर्ग में आशीष कुमार को प्रयाग चौहान को मात देने में कोई परेशानी नहीं आई. दुर्योधन सिंह नेगी ने 69 किलोग्राम भारवर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन किया और आशीष कुल्हारी को मात दी. दो रेफरियों ने उनके विरुद्ध फैसला किया लेकिन वो फिर भी विभाजित फैसले से जीतने में कामयाब रहे.
बृजेश यादव ने 81 किलोग्राम भारवर्ग में हर्ष लाकड़ा को मात दी तो वहीं संजीत ने राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता नमन तंवर को हराया. सतीश कुमार 91 प्लस किलोग्राम भारवर्ग में रिंग में उतरना नहीं पड़ा क्योंकि उनके विपक्षी खिलाड़ी नवीन को चोट लगी थी.
एशियाई चैंपियनशिप और इंडिया ओपन में इस साल बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले भारतीय मुक्केबाज विश्व चैंपियनशिप में एक बार फिर अपना जलवा दिखाने को तैयार हैं. भारतीय मुक्केबाजों की कोशिश पिछले प्रदर्शन से बेहतर करने की होगी जहां भारत के हिस्से सिर्फ एक कांस्य पदक आया था.