नई दिल्ली: होंडा के मोटो 3 राइडर जॉमे मासिया ने स्पेन के मोटरलैंड एरॉगोन में आयोजित 2020 वर्ल्ड चैम्पियनशिप ग्रैंड प्री के 12वें राउंड में मोटो 3 क्लास में जीत हासिल की है.
1961 में स्पेनिश ग्रां प्री के 125 CC क्लास में वर्ल्ड ग्रैंड प्री रेस के साथ शुरुआत करने के बाद होंडा ने अब तक 800वीं ग्रैंड प्री जीत हासिल की है.
1954 में होंडा के संस्थापक सोइचिरो होंडा ने दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनने के सपने के साथ आयल ऑफ मैन टीटी के साथ प्रीमियम मोटर स्पोर्ट्स इवेन्ट में प्रवेश का ऐलान किया.
रेसिंग मशीन के विकास के पांच साल बाद, होंडा आयल ऑफ मेन टीटी रेस में प्रवेश करने वाली पहली जापानी निर्माता बन गई. इसके बाद 1960 में होंडा ने AFIM रोड रेसिंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप के 125 CC और 250 CC क्लास में प्रतियोगिता शुरु की.
1961 में टोम फिलिस ने सीजन-ओपनिंग स्पैनिश ग्रैंड प्री में जीत के साथ होंडा को पहली जीत दिलाई. होंडा ने 1962 में 50 CC और 350CC में तथा 1966 में 500 CC में प्रवेश किया और 1966 में सभी पांच क्लासेज में चैम्पियनशिप जीती.
1967 सीजन के अंत तक, जब होंडा ने अपनी फैक्टरी रेसिंग गतिविधियों को रोक दिया था और 11 साल बाद दोबारा शुरुआत की, उस समय ये 138 ग्रैंड प्री जीतें हासिल कर चुकी थी.
1979 में होंडा 500CC क्लास में AFIM रोड रेसिंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप रेसिंग में दोबारा लौटी. 3 साल बाद 1982 में अमेरिकी राइडर फ्रेडी स्पेंसर ने अपनी होंडा NS 500 पर बेल्जियम में 7वां राउंड जीता और वर्ल्ड ग्रैंड प्री रेसिंग में लौटने के बाद पहली जीत दिलाई. होंडा ने इसके बाद 125 CC और 250 CC क्लास में ग्रैंड प्री रेस में भी जीत हासिल की.
परिणामस्वरूप होंडा ने 2001 में 500वीं जीत हासिल की, जब इटली के राइडर वैलेन्टिनो रोसी ने सीजन के पहले जापान ग्रैंड प्री में 500 CC क्लास में जीत हासिल की. 2015 में मार्क मार्कीज ने होंडा को 700 वीं ग्रैण्ड प्री जीत दिलाई, जब इंडियानापोलिस मोटर स्पीडवे, इंडियाना, USA में मोटो जीपी क्लास के 10वें राउंड में उन्होंने चैकर्ड फ्लैग पर कब्जा कर लिया.
होंडा मोटर कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष, सीईओ एवं प्रतिनिधि निदेशक ताकाहीरो हाचिगो ने कहा, "मुझे गर्व है कि होंडा ने 800वीं AFIM वर्ल्ड चैम्पियनशिप ग्रैंड प्री जीत हासिल कर ली है. मैं दुनिया भर में होंडा के प्रशंसकों के प्रति आभारी हूं, जिन्होंने हमेशा से होंडा की रेसिंग गतिविधियों को अपना पूरा समर्थन दिया है. मैं उन सभी राइडरों के प्रति भी आभारी हूं, जिन्होंने 1959 के बाद से पूरे जोश और समर्पण के साथ अपने सामने आने वाली सभी समस्याओं का डटकर मुकाबला किया और आज हमें इस मुकाम तक पहुंचाया है. होंडा के लिए ये गर्व का समय है और आने वाले समय में भी हम जीत के लिए मुकाबला करते रहेंगे. हमें उम्मीद है कि आप सभी से हमें इसी तरह सहयोग एवं समर्थन मिलता रहेगा."