याउंदे (कैमरून): अफ्रीका कप ऑफ नेशंस फुटबॉल टूर्नामेंट में घाना और गैबॉन के बीच खेले गये मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हाथापाई हो गयी. इस दौरान एक खिलाड़ी को मुक्का भी लग गया.
गैबॉन ने पिछड़ने के बाद आखिरी क्षणों में गोल कर स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया. मैच की अंतिम सीटी बजने के बाद घाना के स्थानापन्न खिलाड़ी बेंजामिन टेटेह ने गैबॉन के आरोन बौपेन्ड्जा को मुक्का जड़ दिया. इस दौरान स्टेडियम में दोनों टीमों के खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई.
इस ड्रॉ मैच के बाद घाना की टीम अपने ग्रुप (ग्रुप सी) में तीसरे स्थान पर खिसक गयी है.
टेटेह को मुक्का मारने के लिए रेड कार्ड दिखाया गया और उन पर प्रतिबंध लगाना तय है.
कप्तान आंद्रे अयूव ने 18वें मिनट में ही घाना को बढ़त दिला दी थी लेकिन जिम अलेविनाह ने मैच के 88वीं मिनट में बराबरी का गोल कर दिया. 1982 की चैम्पियन घाना पर जहां ग्रुप चरण से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है तो वही गैबॉन और मोरक्को की टीमों ने अंतिम 16 के लिए अपनी स्थिति मजबूत कर ली.
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मोरक्को ने टूर्नामेंट में पदार्पण कर रही कोरोमोस की टीम को 2-0 से हराया.
ग्रुप बी के मैच में गिनिया ने सेनेगल की मजबूत टीम को गोलरहित ड्रॉ पर रोक दिया. लिवरपूल के लिए खेलने वाले सादियो माने अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए दमदार प्रदर्शन नहीं कर सके.
गैबॉन के खिलाफ घाना के खिलाड़ियों ने उस समय आपा खो दिया जब 88वें मिनट में बराबरी का गोल हुआ.
घाना के खिलाड़ियों ने इसे खेल भावना के खिलाफ माना क्योंकि उनका एक खिलाड़ी चोटिल हो गया था और चिकित्सक के मैदान के आने के इंतजार में उनके खिलाड़ी ने जान बूझ कर गेंद को मैदान के बाहर कर दिया था.
गैबॉन के खिलाड़ियों ने हालांकि खेल जारी रखा और अलेविनाह के लगाये गये किक को घाना के गोलकीपर जोजो वॉलकॉट को स्तब्ध कर दिया.
घाना के कप्तान अयूव ने मैच के बाद कहा, "उन्होंने बहुत छोटी मानसिकता दिखायी है. बहुत छोटी. हमें उनसे बहुत निराशा हुई है."