नई दिल्ली : फुटबॉल का सबसे मेला यानि फीफा वर्ल्ड कप 20 नवंबर से शुरू हो जाएगा. दुनिया भर के स्टार खिलाड़ियों का कतर में जमावड़ा लगेगा जो अपने देश को वर्ल्ड चैंपियन बनाने उतरेंगे. टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला 18 दिसंबर को खेला जाएगा. टूर्नामेंट का पहला मैच मेजबान कतर और इक्वाडोर के बीच होगा. वर्ल्ड कप के क्वालिफाइंग दौर के मुकाबले खत्म हो चुके हैं और 32 टीमों का चयन भी हो चुका है.
फुटबॉल वर्ल्ड कप 2022 : 32 टीमों को आठ ग्रुप्स में बांटा गया-
ग्रुप-ए: कतर, इक्वाडोर, सेनेगल, नीदरलैंड्स
ग्रुप-बी: इंग्लैंड, ईरान, यूएसए, वेल्स
ग्रुप-सी: अर्जेंटीना, सऊदी अरब, मैक्सिको, पोलैंड
ग्रुप-डी: फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, ट्यूनिसिया
ग्रुप-ई: स्पेन, कोस्टारिका, जर्मनी, जापान
ग्रुप-एफ: बेल्जियम, कनाडा, मोरक्को, क्रोएशिया
ग्रुप-जी: ब्राजील, सर्बिया, स्विटजरलैंड, कैमरून
ग्रुप-एच: पुर्तगाल, घाना, उरुग्वे, कोरिया रिपब्लिक
32 टीमों के कप्तान और उनसे जुड़ी खास बातें-
ग्रुप-ए :
कतर: हसन अल-हैदोस - हसन अल-हैदोस साल 2008 में कतर के लिए डेब्यू किए थे. अल-हैदोस ने अब तक 169 मुकबलों में 36 गोल किए हैं. वो अपने देश के लिए रिकॉर्ड मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं.
इक्वाडोर: एनर वालेंसिया - एनर वालेंसिया वेस्ट हैम और एवर्टन जैसे क्लबों के लिए खेल चुके हैं. वालेंसिया इक्वाडोर के लिए वर्तमान के शीर्ष स्कोरर है. उन्होंने 74 मैचों में 35 गोल किए हैं.
सेनेगल: कालिदौ कौलीबेली - सेनेगल के कप्तान कालिदौ कौलीबली इतालवी क्लब नेपोली के लिए खेलते हैं. उन्होंने सेनेगल के लिए 2015 में डेब्यू किया था. कौलीबली सेनेगल के लिए अब तक 64 मैच खेले हैं लेकिन कोई गोल नहीं कर सके हैं.
नीदरलैंड: वर्जिल वान डिक - नीदरलैंड और लिवरपूल के लिए खेलने वाले वर्जिल वान डिक दुनिया के बेहतरीन डिफेंडर में से एक हैं. वह यूईएफए मेन्स प्लेयर ऑफ द ईयर जीतने वाले एकमात्र डिफेंडर हैं, उन्होंने 2019 में यह खिताब जीता था. वर्जिल वान डिक ने नीदरलैंड के लिए अब तक 47 मैच खेले हैं और उस में 5 गोल किए हैं.
ग्रुप-बी:
इंग्लैंड: हैरी केन - हैरी केन एक ऐसा नाम है जो निश्चित रूप से पूरी दुनिया में जाना जाता है. केन ने इंग्लैंड के लिए 73 मैच खेले है, और 53 गोल किए हैं.
ईरान: एहसान हजसफी - एहसान हजसफी एक मिडफील्डर है. 32 साल के खिलाड़ी ने 2008 में ईरान के लिए डेब्यू किया. वह ईरान के लिए अब तक 121 मैच खेले है, जिसमें 7 गोल किए.
यूएसए: क्रिश्चियन पुलिसिक - 'कैप्टन अमेरिका' के नाम से मशहूर क्रिश्चियन पुलिसिक चेल्सी के लिए हैट्रिक बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं. 29 मार्च 2016 को यूएसए के लिए डेब्यू करने वाले पुलिसिक ने राष्ट्रीय टीम के लिए 52 मैचों में 21 गोल किए हैं.
वेल्स: गैरेथ बेल - रियल मैड्रिड आइकन गैरेथ बेल ने वेल्स के लिए 108 मैच खेले हैं और 40 गोल किए हैं. यह संभवत: उनका आखिरी विश्व कप होगा, क्योंकि रिपोर्ट्स का दावा है कि इस विश्व कप के बाद उन्होंने संन्यास लेने का फैसला किया है.
ग्रुप-सी:
अर्जेंटीना: लियोनेल मेसी - पीएसजी के लिए खेल रहे लियोनेल मेसी 35 साल की उम्र में भी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शुमार हैं. मेसी का यह अंतिम विश्व कप भी हो सकता है.
सऊदी अरब: सलमान अल-फराज - सलमान अल-फराज ने सऊदी अरब की राष्ट्रीय टीम के लिए 68 मैच खेले है, जिसमें 8 गोल किए हैं. इसमें एक सबसे यादगार गोल शामिल है जो उन्होंने 2018 विश्व कप में पेनल्टी शूटआउट के दौरान मिस्र के खिलाफ किया था. इस मैच को सऊदी अरब ने 2-1 से मैच जीत लिया था. टूर्नामेंट में उनकी एकमात्र जीत थी.
मेक्सिको: एंड्रेस गुआडार्डो - गुआडार्डो मैक्सिकन ने मैक्सिको के लिए 175 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 28 गोल किए हैं. उन्होंने दिसंबर 2005 में मैक्सिको के लिए पदार्पण किया था. हालांकि, 17 साल के शानदार करियर के बाद यह गुआडार्डो का आखिरी विश्व कप होगा.
पोलैंड: रॉबर्ट लेवांडोव्स्की - दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकरों में शुमार रॉबर्ट लेवांडोव्स्की ने पोलैंड के लिए 134 मैच में 76 गोल किए हैं. वह पोलैंड के लिए टॉप स्कोरर भी है. हालाँकि, उनके पास अब तक एक भी गोल विश्व कप गोल नहीं है. वह इस साल इस कसक को भी पूरा करने की कोशिश करेंगे.
ग्रुप-डी:
फ्रांस: ह्यूगो लोरिसो - ह्यूगो लोरिसो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपरों में से एक है. उन्होंने फ्रांस के लिए 139 मैच खेले हैं और उन्हें उम्मीद है कि उनकी टीम चैंपियन की तरह खेलेगी और फिर विजेता बनेगी.
ऑस्ट्रेलिया: मैट रयान - ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मैट रयान ब्राइटन, वालेंसिया और आर्सेनल जैसे क्लबों के लिए खेल चुके है. वह पहले भी दो विश्व कप टीमों का हिस्सा रह चुके हैं. हालाँकि, यह पहला विश्व कप होगा जहाँ वह कप्तान हैं, और इसे यादगार बनाने की उम्मीद करेंगे.
डेनमार्क: साइमन काजेरो - साइमन काजेरो गंभीर चोटों से उबरने के बाद लौटे हैं.
ट्यूनीशिया: युसुफ मसाकनी - ट्यूनीशियाई कप्तान मसाकनी ने ट्यूनीशिया के लिए 84 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 17 गोल किए हैं. उन्होंने अपना ट्यूनीशिया डेब्यू सिर्फ 19 साल की उम्र में एक दोस्ताना मैच में किया था.
ग्रुप-ई:
स्पेन: सर्जियो बसक्वेट्स - सर्जियो बसक्वेट्स ने स्पेन के लिए 137 मैच खेले हैं और दो गोल किए हैं. 33 साल के इस खिलाड़ी का यह आखिरी विश्व कप होने की संभावना है.
कोस्टा रिका: ब्रायन रुइज - ब्रायन रुइज ने 2005 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया, और अपने देश के लिए 144 मैच खेले हैं, जिसमें 29 गोल किए.
जर्मनी: मैनुअल नेउर - जर्मन गोलकीपर मैनुअल नेउर ने अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए अब तक 113 मैच खेले हैं.
जापान: माया योशिदा - जापानी कप्तान माया योशिदा ने अपने देश के लिए 119 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 गोल किए हैं.
ग्रुप-एफ:
बेल्जियम: ईडन हजार्ड - ईडन हजार्ड ने साल 2015 से बेल्जियम टीम की कप्तानी की है. उन्होंने टीम के लिए 120 मैच खेले हैं, जिसमें 33 गोल किए हैं.
कनाडा: अतीबा हचिंसन - अतीबा हचिंसन कनाडा के लिए उन्होंने 97 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 9 गोल किए हैं.
मोरक्को: रोमेन सैस - रोमेन सैस ने मोरक्को के लिए 63 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने एक गोल किया है. वह 2022 में अपना दूसरा वर्ल्ड कप खेलेंगे.
क्रोएशिया: लुका मोड्रिक - लुका मोड्रिक साल 2006 में क्रोएशिया के लिए डेब्यू किए थे. उन्होंने 152 मैचों में 22 गोल किए हैं. वह क्रोएशिया के इतिहास में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं.
ग्रुप-जी:
ब्राजील: रोटेशन - ब्राजील के कोच टिटे ने नेमार जूनियर को कप्तान बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया और टीम के विभिन्न सदस्यों को जिम्मेदारी देने का फैसला किया है.
सर्बिया: दुसान टैडिक - दुसान टैडिक ने साल 2008 में सर्बिया के लिए पदार्पण किया था. उन्होंने अब तक 88 मैच खेले हैं और 18 गोल किए.
स्विट्ज़रलैंड: ग्रेनिट जाका - ग्रेनिट जाका ने स्विस राष्ट्रीय टीम के लिए 104 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने अब तक दो गोल किए हैं.
कैमरून: विंसेंट अबूबकारो - विंसेंट अबूबकारो ने कैमरून की राष्ट्रीय टीम के लिए 90 मैच खेले हैं, जिसमें 33 गोल किए हैं.
ग्रुप-एच:
पुर्तगाल: क्रिस्टियानो रोनाल्डो - इतिहास के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक माने जाने वाले क्रिस्टियानो रोनाल्डो 2008 से (केवल 23 साल की उम्र में) पुर्तगाल की कप्तानी कर रहे है. पांच बार के बैलन डी'ओर विजेता रोनाल्डो इस विश्व कप को अपना सबसे सफल टूर्नामेंट बनाने की कोशिश करेंगे.
घाना: आंद्रे आयू - घाना के आंद्रे आयू 2010 और 2014 विश्व कप टीम में भी शामिल थे, यह उनका तीसरा विश्व कप है. घाना 2018 विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने में विफल रहा था.
उरुग्वे: डिएगो गोडिन - डिएगो गोडिन ने उरुग्वे के लिए 159 मैच खेले हैं और 8 गोल किए हैं. उनके करियर का यह अंतिम विश्व कप हो सकता है, वह इसे यादगार बनाने की कोशिश करेंगे.
दक्षिण कोरिया: सोन ह्युंग-मिन - दक्षिण कोरियाई के सोन ह्युंग-मिन ने 2010 में शुरुआत की, और अपने देश के लिए अब तक 102 मैच खेले हैं, जिसमें 33 गोल किए हैं.
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