हैदराबाद: 5 फरवरी को प्राइम वॉलीबॉल लीग की शुरुआत हो रही है जिसमें हैदराबाद ब्लैक हॉक्स के हमलावर अमित गुलिया का मानना है कि टीम के पास टूर्नामेंट जीतने का "बड़ा मौका" है और वो खेल के प्रेमियों के लिए शानदार प्रदर्शन करेंगे और इसके लिए वो अपना सब कुछ दें देंगे.
गुलिया, जिन्होंने 2018 एशियाई खेलों में भाग लिया और म्यांमार में 2019 में अंडर -23 एशियाई चैम्पियनशिप में रजत पदक के लिए भारतीय पक्ष का नेतृत्व किया, उन्होंने ईटीवी भारत के साथ एक विशेष साक्षात्कार में ओलंपिक स्तर पर इस लीग का पूरी तरह से उपयोग करने की बात कही.
साक्षात्कार के कुछ विशेष अंश:
सवाल: आप एक हमलावर के रूप में हैदराबाद ब्लैक हॉक्स टीम में शामिल होंगे. हमें टूर्नामेंट से पहले की योजना और रणनीति के बारे में बताएं?
जवाब: मैं हर मैच में हमेशा अपना 100 प्रतिशत दूंगा. अगर पूरी टीम अपना शत प्रतिशत देती है तो हमारे पास जीतने का अच्छा मौका है. मैं ट्रेनिंग में अपना पूरा प्रयास कर रहा हूं और मैं लीग के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं. मुझे लगता है कि टूर्नामेंट वॉलीबॉल खिलाड़ियों को अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक महान मंच प्रदान करेगा.
सवाल: आपको क्या लगता है कि ये लीग भारत में खेल को लोकप्रिय बनाने में कैसे मदद करेगी?
जवाब: टीवी पर रुपे प्राइम वॉलीबॉल लीग दिखाए जाने से लोग इस खेल को देखना शुरू कर देंगे, और खेल से जुड़ेंगे और वॉलीबॉल खेलेंगे. युवा पीढ़ी को एहसास होगा कि वॉलीबॉल एक अच्छा खेल है और इसमें बहुत गुंजाइश है. अगर ये लीग हर साल खेली जाएगी तो ये खिलाड़ियों और खेल के लिए फायदेमंद है.
सवाल: कबड्डी ने जनता के बीच रुचि पैदा की है और इंडियन सुपर लीग (ISL) में भी लोगों ने दिलचस्पी दिखाई है. क्या आपको लगता है कि वॉलीबॉल भी लोगों का ध्यान खीचेंगी?
जवाब: हां, वॉलीबॉल को भी लीग प्रारूप के कारण कबड्डी के समान सफलता मिल सकती है. अगर ये लीग हर साल होती है, तो लोग सभी खिलाड़ियों के बारे में जानेंगे और खेल में गहरी दिलचस्पी पैदा करेंगे. ये खिलाड़ियों को खुद को फिट रखने और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए भी प्रेरित करेगा.
सवाल: आप भारतीय वॉलीबॉल का क्या भविष्य देखते हैं? हमें उन समस्याओं के बारे में बताएं जिनका हम सामना कर रहे हैं और स्थिति को सुधारने के लिए क्या किया जा सकता है?
जवाब: हर खेल के लिए ओलंपिक सबसे बड़ा मंच है. ओलिंपिक के बाद दूसरा बड़ा प्लेटफॉर्म एशियन गेम्स है. मुझे उम्मीद है कि भारत एशियाई खेलों में पदक जीतेगा और फिर ओलंपिक में भी अच्छा प्रदर्शन करेगा. भारतीय कैंप बड़े टूर्नामेंट से पहले होते हैं. अन्य देशों में, वॉलीबॉल नियमित रूप से होता रहता है. इसलिए, हम जितने अधिक टूर्नामेंट में भाग लेना जारी रखेंगे, उतना ही हम एक टीम और खिलाड़ियों के रूप में विकसित होंगे. विदेशों में मैत्रीपूर्ण मैच खेलना और एक्सपोजर प्राप्त करना महत्वपूर्ण है, तो ये हमारे देश में वॉलीबॉल को बढ़ावा देगा.
रुपे प्राइम वॉलीबॉल लीग: 5 फरवरी, 2022 से सोनी टेन 1, सोनी टेन 3 (हिंदी) और सोनी टेन 4 (तमिल और तेलुगु) पर लाइव और एक्सक्लूसिव