हैदराबाद : वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाली भारत की महिला फर्राटा धाविका दुती चंद का कहना है कि 100 मीटर रेस के लिए टोक्यो ओलंपिक क्वालीफिकेशन मार्क-11.15 सेकेंड बेहद मुश्किल है और इसे हासिल करने के लिए उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा.
दुती ने इटली के नैपोली में खेले गए वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में महिलाओं की 100 मीटर स्पर्धा में 11.32 का समय निकाल स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. वे इस टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला धावक बनी हैं.
दुती हालांकि टोक्यो ओलंपिक क्वालीफिकेशन मार्क से अभी भी 0.17 सेकेंड पीछे हैं जबकि उनका सर्वश्रेष्ठ टाइमिंग 11.24 सेकेंड है.
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स का अनुभव शानदार
दुती ने मीडिया से बात-चीत में कहा, 'वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने से मैं खुश हूं. मैंने इस प्रदर्शन से काफी कुछ सीखा है और ये मेरे लिए काफी शानदार अनुभव था.'
उन्होंने कहा, 'टोक्यो ओलंपिक क्वालीफिकेशन के लिए निर्धारित 11.15 सेकेंड मार्क बेहद मुश्किल है. किसी भी भारतीय ने अबतक इसे हासिल नहीं किया है. यहां तक कि मेरा खुद का सर्वश्रेष्ठ टाइमिंग 11.24 सेकेंड का है.'
विश्व चैंपियनशिप को लेकर उत्साहित हैं दुती
दुती ने आगामी विश्व चैंपियनशिप को लेकर कहा कि वे इसको लेकर काफी उत्साहित हैं. विश्व चैंपियनशिप 27 सितंबर से छह अक्टूबर तक आयोजित किए जाएंगे.
उन्होंने कहा, 'आगामी विश्व चैंपियनशिप को लेकर मेरी तैयारियां अच्छी चल रही है. इसके लिए मैं अपने कोच और टीम साथी के साथ मिलकर रोजाना पांच-छह घंटे अभ्यास कर रही हूं.'
अर्जुन अवार्ड काफी मायने रखता है
23 वर्षीय महिला फरार्टा धावक अर्जुन अवार्ड के लिए नामांकित की गई थी, लेकिन उन्हें ये अवार्ड नहीं मिल पाया और उन्होंने इस पर अपनी निराशा जाहिर की. हालांकि उन्होंने सरकार से उनके आवेदन पर पुनर्विचार करने की भी सिफारिश की.
दुती ने कहा, 'किसी भी खिलाड़ी के लिए अर्जुन अवार्ड काफी मायने रखता है. मैं 2013 से शानदार प्रदर्शन कर रही हूं. एशियाई खेल, विश्व चैंपियनशिप और एशियाई चैंपियनशिप में मैंने कई पदक जीते हैं. इसके अलावा मैंने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भी पदक जीते हैं.'